देश को चाहिए ट्रंप जैसा नेता, नेतन्याहू में वो बात नहीं; अपने PM पर खूब बरसे इजरायली सांसद
इजरायली सांसद ने गाजा में मारे गए सात सैनिकों को लेकर नेतन्याहू पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इजरायल को ट्रंप जैसे लीडर की जरूरत है, नेतन्याहू में वो बात नहीं।

गाजा युद्ध को लेकर इज़रायली सरकार के भीतर ही गंभीर असहमति उभरने लगी है। क्नेसट फाइनेंस कमेटी के चेयरमैन और यूनाइटेड टोरा ज्यूडाइज़्म पार्टी के सांसद मोशे गाफनी ने बुधवार को एक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की रणनीति पर खुला सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि इज़राइल गाजा में किसलिए लड़ रहा है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि देश को डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेता की जरूरत है और इजरायल को अभी तक यह सौभाग्य नहीं मिल पाया है।
द जेरुशलम पोस्ट के मुताबिक, गाफनी ने कहा, "मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि इसकी ज़रूरत क्या है? हम वहां क्या हासिल करना चाहते हैं जिसकी कीमत हमारे सैनिकों की जान से चुकानी पड़ रही है?" यह टिप्पणी गाफनी ने मंगलवार को गाजा में मारे गए सात इजरायली सैनिकों के संदर्भ में दी।
ट्रंप जैसा नेता चाहिए
उन्होंने आगे कहा, "यहां किसी डोनाल्ड ट्रंप जैसी शख्सियत की जरूरत थी, जो आकर कहे कि हम बंधकों को वापस ला रहे हैं, इस सब को रोक रहे हैं और सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं। लेकिन लगता है कि अभी तक हमें वह सौभाग्य नहीं मिला है।"
बंधकों के परिजन भी नेतन्याहू के खिलाफ
गाजा में इतने महीनों से फंसे बंधकों के परिजनों ने मोशे गाफनी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, "आज के कठिन समय में उन्होंने सच को साफ शब्दों में, बिना किसी चालाकी के कहा है। गाजा युद्ध अब एक उद्देश्यहीन स्थिति में पहुंच चुका है, जिसे बिना ठोस योजना के लड़ा जा रहा है।"
परिजनों ने आगे कहा, “सप्ताह की शुरुआत एक बड़ी इजरायली सैन्य सफलता से हुई थी, लेकिन अब तक सात बहादुर सैनिक मारे जा चुके हैं – यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और असहनीय है। अब वक्त है सच्चाई से बोलने का — बंधकों को वापस लाओ, युद्ध खत्म करो। यही एकमात्र सही रास्ता है, यही असली जीत होगी।”
गाफनी के बयान पर बवाल
दूसरी ओर, सत्ताधारी गठबंधन की सहयोगी और फार-राइट पार्टी ओत्ज़मा येहुदीत ने गाफनी के बयान की कड़ी आलोचना की। पार्टी की ओर से कहा गया, "गाफनी के बयान वामपंथी नेता मोशे यालोन की भाषा जैसे हैं और इससे इज़राइल की सुरक्षा और हमारे शहीद सैनिकों के परिवारों को ठेस पहुंची है।" उन्होंने गाजा में चल रहे युद्ध को "आधुनिक अमालेक यानी हमास के खिलाफ पवित्र युद्ध" बताया और कहा कि "जो सात योद्धा मारे गए, उन्होंने मातृभूमि के लिए बलिदान दिया और उनकी शहादत हमें जीत की ओर प्रेरित करती है।"
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