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इजरायल से ना हो पाएगा, यह देखने के बाद अमेरिका मैदान में कूदा; ईरान के राष्ट्रपति ने क्या कहा

उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने दावा किया कि अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला कर उसके कार्यक्रम को काफी पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा, ‘जमीन पर जो कुछ भी हमने देखा है, उससे जुड़ी संवेदनशील खुफिया जानकारी पर वह चर्चा नहीं करेंगे।'

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSun, 22 June 2025 09:27 PM
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इजरायल से ना हो पाएगा, यह देखने के बाद अमेरिका मैदान में कूदा; ईरान के राष्ट्रपति ने क्या कहा

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने अमेरिका की ओर से ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमलों के बाद तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह हमला दर्शाता है कि वाशिंगटन इजरायल के ईरान के खिलाफ सैन्य अभियान के पीछे मुख्य शक्ति है। सरकारी समाचार एजेंसी IRNA के हवाले से पेजेशकियन ने कहा, 'इजरायल की असमर्थता देखने के बाद यूएस ने मैदान में कदम रखा। यह आक्रामकता दिखाती है कि अमेरिका ही यहूदी शासन की इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का मुख्य कारक है।' मालूम हो कि अमेरिका ने रातोंरात ईरान के फोर्डो, इस्फहान और नतांज परमाणु अड्डों पर हमले कर दिए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि ये ठिकाने पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान के जवाबी हमले की स्थिति में और हमले होंगे।

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अमेरिका के हस्तक्षेप ने इजरायल और ईरान के बीच हफ्ते भर से चल रही शत्रुता को बढ़ा दिया है। 13 जून को इजरायल की ओर से ईरान के सैन्य और परमाणु बुनियादी ढांचे पर अचानक हमलों से यह तनाव शुरू हुआ। उन हमलों में कई सीनियर सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। इसके जवाब में ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे, जिनमें से कुछ ने इजरायल की हवाई रक्षा प्रणाली को भेद दिया। इस संघर्ष में अब तक ईरान में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायल में 24 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए हैं।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर सवाल

ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। लेकिन, इजरायल इसे अपने लिए खतरा मानता है और दावा करता है कि उसका सैन्य अभियान ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए आवश्यक है। व्हाइट हाउस से टेलीविजन संबोधन में ट्रंप ने इन सटीक हमलों को शानदार सैन्य सफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि ईरान को अब शांति स्थापित करनी होगी। हालांकि, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का आकलन है कि तेहरान सक्रिय रूप से परमाणु बम बनाने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन ट्रंप और इजरायली अधिकारियों का दावा है कि ईरान जल्दी ही एक बम बना सकता है, जो तत्काल खतरा पैदा करता है।

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