गुजरात में नहीं थम रही मॉनसूनी आफत, आज भी भारी बारिश का रेड अलर्ट, कई जगह बाढ़ जैसे हालात
गुजरात में मॉनसून का कहर जारी है। आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। सूरत से लेकर राजकोट तक बाढ़ जैसे हालात हैं। अगले 48 घंटे में और भी ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

गुजरात में मॉनसून ने इस बार पूरी ताकत दिखाई है। सड़कों पर पानी का सैलाब, घरों में जलभराव और जनजीवन अस्त-व्यस्त.. गुजरात के कई जिलों की यही कहानी है। मौसम विभाग (IMD) के ताजा अपडेट के मुताबिक,आज भी गुजरात के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है, जिसने पहले ही कई शहरों को पानी-पानी कर दिया है। जानिए आज कहां कैसा मौसम रहेगा।
आज भी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने आज के लिए गुजरात के कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सूरत, नवसारी, वलसाड, और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में अति भारी बारिश (204.5 मिमी से अधिक) की चेतावनी है। सौराष्ट्र के जूनागढ़, राजकोट, और कच्छ में भी भारी बारिश का अनुमान है, जहां 50-60 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। अहमदाबाद, गांधीनगर, और बनासकांठा जैसे मध्य और उत्तर गुजरात के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ येलो अलर्ट जारी है।
तापमान की बात करें तो आज अधिकतम तापमान 30-34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। लेकिन भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण मौसम सुहाना कम, परेशानी भरा ज्यादा रहेगा।
गुजरात में मॉनसून की दस्तक और तबाही
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने इस साल गुजरात में तय समय से पहले, यानी 10-11 जून के आसपास दस्तक दी थी। अब तक यह पूरे राज्य में सक्रिय हो चुका है। सौराष्ट्र, कच्छ, और दक्षिण गुजरात के इलाकों में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है। सूरत, अहमदाबाद, राजकोट, और जूनागढ़ जैसे शहरों में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश दर्ज की गई, जिसमें सूरत में 36 घंटों में 400 मिमी से ज्यादा बारिश ने शहर को डुबो दिया।
मौसम विभाग के अनुसार, एक ट्रफ लाइन और चक्रवाती हवाओं का दबाव गुजरात में भारी बारिश का कारण बना हुआ है। यह सिस्टम अगले 48 घंटों तक और ताकतवर हो सकता है, जिससे सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में हालात और गंभीर हो सकते हैं।
भारी बारिश का कहर: सड़कें डूबीं, जनजीवन ठप
गुजरात के कई शहरों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। सूरत में सड़कें स्विमिंग पूल बन चुकी हैं और निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है। राजकोट और जूनागढ़ में जलभराव के कारण यातायात पूरी तरह ठप है, और कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। भावनगर में एक बुजुर्ग के बाढ़ में बहने की खबर ने लोगों को दहशत में डाल दिया, हालांकि NDRF ने समय रहते उन्हें बचा लिया। कच्छ और सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भूस्खलन की आशंका भी जताई जा रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी और सलाह
IMD ने लोगों से निचले इलाकों में सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि तेज हवाएं और ऊंची लहरें खतरा पैदा कर सकती हैं। मौसम विभाग ने प्रशासन को बाढ़ और जलभराव से निपटने के लिए मॉनिटरिंग और मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है।
अगले कुछ दिन: क्या राहत मिलेगी?
मौसम विभाग के मुताबिक, 29 और 30 जून को भी गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में ऑरेंज अलर्ट बरकरार है, जबकि मध्य गुजरात में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है। हालांकि, 1 जुलाई के बाद बारिश का जोर कुछ कम होने की उम्मीद है, लेकिन पूरी तरह राहत मिलने में अभी समय लगेगा।
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