'उन्होंने मुझे नेट में गेंदबाजी की थी...', दिलीप दोशी के निधन पर सचिन का भावुक पोस्ट; सदमे में खेल जगत
भारत के दिग्गज स्पिनर रहे दिलीप दोशी के निधन से खेल जगत सदमे में है। सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, रवि शास्त्री समेत तमाम दिग्गजों ने पूर्व क्रिकेटर को श्रद्धांजलि दी है। बीसीसीआई ने भी बयान जारी कर दुख जताया है।

भारत के दिग्गज पूर्व क्रिकेटर दिलीप दोशी का सोमवार को 77 वर्ष की उम्र में लंदन में निधन हो गया। उनके निधन पर सचिन तेंदुलकर, रवि शास्त्री, अनिल कुंबले समेत खेल जगत के तमाम दिग्गजों ने शोक जताया है। सचिन ने उनसे अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए बहुत ही भावुक पोस्ट लिखा है।
सचिन तेंदुलकर ने एक्स पर लिखा, 'मैं पहली बार दिलीप भाई से 1990 में ब्रिटेन में मिला था और उन्होंने उस टूर में मुझे नेट में गेंदबाजी की। वह मुझे बहुत पसंद करते थे और मैं भी उनका बहुत सम्मान करता था। दिलीप भाई गर्मजोशी वाले शख्स थे, वह बहुत याद आएंगे। मैं उनके साथ क्रिकेट से जुड़ी बातचीत को मिस करूंगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। ओम शांति।'
बीसीसीआई ने भी दिग्गज पूर्व क्रिकेटर के निधन पर शोक जताया है। उसने एक बयान में कहा, 'BCCI भारत के पूर्व स्पिनर दिलीप दोषी के दुखद निधन पर शोकाकुल है। दुर्भाग्य से उनका लंदन में निधन हो गया। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
टीम इंडिया के कप्तान और हेड कोच रह चुके रवि शास्त्री ने कहा, ‘दिलीप दोषी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। हमेश निष्कलंक, दिल से सज्जन और शानदार गेंदबाज। परिवार के लिए सांत्वना। उनकी आत्मा को शांति मिले।’
भारत के पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने लिखा, 'मेरा दिल टूट गया है और अब भी मैं दिलीप अंकल को लेकर सदमे में हूं...वह वाकई स्पेशल थे।'
पूर्व कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले ने लिखा, ‘दिलीप भाई के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। ईश्वर उनके परिवार और दोस्तों को इस क्षति को सहने की शक्ति दें।’
दिलीप दोशी बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करते थे। उन्होंने भारत के लिए 33 टेस्ट मैचों में कुल 114 विकेट हासिल किए जिनमें 5 फाइफर भी शामिल थे। इसके अलावा उन्होंने 15 वनडे इंटरनेशनल भी खेले। वनडे में उनके नाम 22 विकेट दर्ज हैं। उन्होंने 32 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया था लेकिन अपने छोटे से करियर में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी।
दोशी काउंटी क्रिकेट के बहुत बड़े नाम थे। उन्होंने एक दशक से ज्यादा वक्त तक नॉटिंघमशर और वार्विकशर की ओर से काउंटी क्रिकेट खेला। भारत में वह बंगाल और सौराष्ठ्र की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेला। प्रथम श्रेणी में उनके नाम 898 विकेट दर्ज हैं।