ड्रेसिंग रूम में चुन-चुन कर...मैच हारने पर रवि शास्त्री ने गौतम गंभीर को दया ना दिखाने की दी सलाह
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि मौजूद कौच गौतम गंभीर को ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों पर सख्ती दिखानी चाहिए। पहले मैच में टीम की फील्डिंग निराशाजनक रही थी।

इंग्लैंड ने मंगलवार को भारत को पहले टेस्ट मैच में पांच विकेट से मात दी। आखिरी दिन तक चले इस मुकाबले में भारतीय टीम की तरफ से पांच शतक लगे, जबकि इंग्लैंड ने दो शतक लगाए, हालांकि खराब गेंदबाजी और फील्डिंग के कारण भारत को पहले ही मैच में हार का मुंह देखना पड़ा। युवा टीम इंडिया द्वारा जीता हुआ मैच गंवाने पर रवि शास्त्री काफी भड़के हुए नजर आए और गौतम गंभीर को ड्रेसिंग रूम में दया ना दिखाने की सलाह दी है।
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि गौतम गंभीर को टीम के मुद्दों को गंभीरता से बताने की जरूरत है और बार-बार की गई गलतियों के लिए खिलाड़ियों को जवाबदेह बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर उन्हें खिलाड़ियों को डांटना भी चाहिए।
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा, ''मुझे लगता है कि कोचिंग स्टाफ का बड़ा रोल है। इस मुकाबले से पॉजिटिव भी लीजिए। बतौर कप्तान (शुभमन गिल) ने उम्मीद से बेहतर किया है। उन्होंने शतक लगाया। मैच में पांच शतक लगे। अगर आप कुछ चाहते हैं तो बुनियादी काम बेहतर तरीके से किए जाएं। ऐसी कई चीजें हैं जो उसके नियंत्रण से बाहर हैं।''
उन्होंने आगे कहा, ''कैच छोड़ना उसके कंट्रोल में नहीं है। ये ऐसी जगह है, जहां टीम को बतौर यूनिट बेहतर करना होगा। इसी तरह जब आप बल्लेबाजी करने आते हैं, तो आपको अपने विकेट का मूल्य पता रहना चाहिए। आप ऐसी स्थिति में नहीं आ सकते जहां आप 550-600 तक जा सकते हैं लेकिन नहीं कर सके।''
उन्होंने आगे कहा, ''"ये ऐसे एरिया हैं, जहां आपको कोच के रूप में कई बार कठोर होना पड़ता है, ड्रेसिंग रूम में तो सचमुच कठोर होना पड़ता है। कुछ चीजें हैं, जहां आप कुछ खिलाड़ियों को चुन-चुन कर अलग से बता सकते हैं। लेकिन, इस टेस्ट में कई सकारात्मक चीजें भी रहीं।''
इंग्लैंड की पहली और दूसरी पारी के दौरान भारतीय फील्डरों ने कई कैच छोड़े। यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा कैच ड्रॉप किए, जिसके कारण उनकी काफी आलोचना हुई। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भी कई कैच मिस किए।