भगवान हमें बचाने नहीं आएंगे...जब एमएस धोनी ने टीम इंडिया को दिया दिव्य ज्ञान और फिर बन गए 'चैंपियन'
भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद कहा था कि पहली बात जो मैंने कही आसमान की तरफ मत देखो। भगवान हमें बचाने नहीं आ रहे हैं - हम दुनिया की नंबर 1 टीम हैं, चलो उसी तरह खेलते हैं।

टीम इंडिया ने आज ही के दिन यानी 23 जून को 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को उन्हीं की सरजमीं पर हराया था। वैसे तो ये वनडे फॉर्मेट का टूर्नामेंट था, लेकिन बारिश के कारण फाइनल मैच 20-20 ओवर का हुआ, जिसमें भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 129 रन बनाए। बावजूद इसके टीम इंडिया को 5 रनों से जीत मिली। जब पहली पारी भारत की समाप्त हो गई थी तो कप्तान एमएस धोनी ने टीम के खिलाड़ियों को एक मोटिवेशनल स्पीच दी थी, जिससे भारतीय गेंदबाजों ने 129 रनों को भी डिफेंड कर लिया। इसके बारे में उन्होंने मैच के बाद ही बता दिया था।
दरअसल, टीम इंडिया जब 129 रनों के बचाव के लिए उतरी तो एमएस धोनी ने टीम हडल में कहा था कि भगवान आपको बचाने नहीं आएगा। ये रन आपको डिफेंड करने होंगे। आपको एक नंबर वन टीम की तरह खेलना होगा। एमएस धोनी के इन शब्दों पर पूरी टीम ने अमल किया और इस छोटे स्कोर को मेजबानों के सामने डिफेंड कर इतिहास रच दिया। इसी के साथ एमएस धोनी तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले भारत के इकलौते कप्तान बन गए थे। इससे पहले वे 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप देश को जिता चुके थे।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और मैच प्रेजेंटर नासिर हुसैन ने उनसे पूछा था कि आपने 130 रनों के टोटल को डिफेंड करने के लिए टीम से क्या बोला था? इस पर खिताब जीतने के बाद एमएस धोनी ने कहा था, "पहली बात जो मैंने कही वह यह थी कि आसमान की ओर मत देखो। भगवान हमें बचाने नहीं आएगा। हम दुनिया की नंबर वन टीम हैं और हमको उसी तरह से खेलना है।" भारतीय खिलाड़ी आसमान की ओर इसलिए देख रहे थे, क्योंकि बारिश के कारण पहले ही मैच 20-20 ओवर का हो चुका था और मैच के दौरान भी कई बार बूंदा-बांदी देखने को मिली थी। आज भी फैंस एमएस धोनी को इस बात को याद रखे हुए हैं। भारत ने इसके बाद 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी रोहित शर्मा की कप्तानी में जीती है।