भारत के खिलाफ 'भारतीय' खिलाड़ी ने ही इंग्लैंड की टीम के लिए की फील्डिंग, ऐसा कैसे हो गया?
टीम इंडिया के खिलाफ लीड्स में जारी पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन एक 'भारतीय' खिलाड़ी ने इंग्लैंड की टीम के लिए फील्डिंग की। ये खिलाड़ी भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है, जो यॉर्कशायर के लिए प्रोफेशनल क्रिकेट खेलता है।

भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले के तीसरे दिन एक दिलचस्प चीज देखने को मिली, जब एक भारतीय मूल का खिलाड़ी ही भारत के खिलाफ फील्डिंग के लिए उतर गया। हैरान करने वाली बात ये भी थी कि वह खिलाड़ी ना तो इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन में था और ना ही स्क्वॉड में। यहां तक कि उसने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू भी नहीं किया और वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ फील्डिंग करने उतर गया। ये खिलाड़ी कौन है और ऐसा क्या नियमों के खिलाफ है? इसके बारे में जान लीजिए।
दरअसल, जब भारतीय टीम तीसरे दिन बल्लेबाजी कर रही थी तो इंग्लैंड की टीम के कप्तान बेन स्टोक्स कुछ देर के लिए मैदान से बाहर चले गए थे। उनकी जगह यश वागडिया नाम के खिलाड़ी ने कुछ देर फील्डिंग की। यश वागडिया ना तो इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन में थे और ना ही स्क्वॉड में, फिर वे मैदान पर कैसे उतर गए? इसका जवाब है ये कि ये नियमों के विरुद्ध नहीं है। इंग्लैंड में यह आम बात है, क्योंकि अक्सर टेस्ट मैच के लिए काउंटी क्रिकेट से कुछ खिलाड़ियों को बतौर सब्स्टीट्यूट फील्डर टीम के साथ रखा जाता है। हेडिंग्ले टेस्ट के लिए यश के अलावा जव्वाद अख्तर और नोआ केली भी फील्डिंग सब्स्टीट्यूट हैं। यश पहले भी 2023 में इंग्लैंड के लिए टेस्ट मैच में फील्डिंग कर चुके हैं।
कौन हैं यश वागड़िया?
अब सवाल उठता है कि यश वागडिया कौन हैं? नाम से ही प्रतीत हो रहा है कि उनका जुड़ाव भारत से होगा। वह गुजराती मूल के हैं, लेकिन उनके पास अब ब्रिटिश पासपोर्ट है, क्योंकि इंग्लैंड के यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब से जुड़े इस होनहार युवा क्रिकेटर का जन्म 7 मई 2004 को इंग्लैंड के न्यूकासल अपॉन टाइन में हुआ था। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और थोड़ी बहुत ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। वह यॉर्कशायर की अंडर-18 टीम के कप्तान भी रहें दो फर्स्ट क्लास मैच उन्होंने अब तक खेले हैं। 21 साल के यश वागडिया का पूरा फोकस सिर्फ क्रिकेट पर ही नहीं, बल्कि पढ़ाई पर भी रहता है।