वैभव सूर्यवंशी ने मचाया धमाल, भारतीय अंडर-19 टीम ने इंग्लैंड को धोया; 156 गेंद रहते मिली जीत
भारत की अंडर-19 टीम ने शुक्रवार को पहले वनडे यूथ मुकाबले में इंग्लैंड को 156 गेंदे शेष रहते छह विकेट से हरा दिया। इसी के साथ भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है।

युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने शुक्रवार को इंग्लैंड अंडर-19 टीम के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली। युवा वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे ने बल्ले से धमाल मचाया, जिससे भारत ने अंडर-19 दौरे के पहले वनडे में इंग्लैंड को छह विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। भारतीय गेंदबाजी इकाई ने कनिष्क चौहान (20 रन देकर तीन विकेट) और मोहम्मद एनान (37 रन देकर दो विकेट) की स्पिन जोड़ी के नेतृत्व में तेज गेंदबाजों आरएस अंबरीश (24 रन देकर दो विकेट) और हेनिल पटेल (41 रन देकर दो विकेट) के साथ मिलकर शानदार प्रदर्शन किया। रॉकी फ्लिंटॉफ (90 गेंद में 56 रन) के जुझारू अर्धशतक के बावजूद इंग्लैंड की टीम 42.2 ओवर में 174 रन पर सिमट गई।
इस लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने सूर्यवंशी और म्हात्रे की बदौलत धमाकेदार शुरुआत की जिन्होंने सात ओवर में बिना किसी नुकसान के 70 रन बना लिए। लेकिन इनके जाने के बाद उप कप्तान अभिज्ञान कुंडू ने नाबाद 45 रन (34 गेंद, चार चौके, एक छक्का) बनाकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। भारत ने यह मैच 156 गेंद शेष रहते जीत लिया और पांच मैच की सीरीज में बढ़त बना ली। वनडे सीरीज के बाद 12 जुलाई से दो युवा टेस्ट मैच खेले जाएंगे।
सूर्यवंशी का धमाल
चौदह वर्षीय सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए सात मैच में 252 रन बनाए थे जिसमें गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 35 गेंद में शतक बनाने का रिकॉर्ड भी शामिल है। सूर्यवंशी शानदार फॉर्म में थे, उन्होंने छठे ओवर में जैक होम की गेंदों पर तीन छक्के जड़े और फिर जेम्स मिंटो की गेंदों को धुनते हुए 18 गेंद में 48 रन बना डाले।
पर उनकी तूफानी पारी अगली ही गेंद पर समाप्त हो गई। उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर राल्फी अल्बर्ट की गेंद पर स्लॉग स्वीप करने की कोशिश की और ताजीम चौधरी अली के हाथों लपके गए। चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 48 गेंद में 84 रन की पारी खेलने वाले कप्तान म्हात्रे ने सूर्यवंशी के आउट होने के बाद एएम फ्रेंच की गेंदों पर लगातार दो चौके जड़े। लेकिन मुंबई का यह खिलाड़ी जल्द ही एक्स्ट्रा कवर पर शॉट लगाने की कोशिश में रॉकी के हाथों लपका गया।
भारत ने आठ रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट खो दिए। फिर मौल्यराजसिंह चावड़ा (16) 13वें ओवर में फ्रेंच का शिकार बने। लेकिन स्कोरबोर्ड का कोई दबाव नहीं होने के कारण मेहमान टीम ने आसानी से जीत दर्ज की।
रॉकी फ्लिंटॉफ ने पारी को संभाला
इससे पहले इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज आईसैक मोहम्मद ने 28 गेंद में तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 42 रन की तेज पारी खेली। इससे इंग्लैंड बड़ा स्कोर बनाने की ओर अग्रसर दिख रहा था। पर पटेल के बीजे डॉकिन्स (18) को आउट करने और एनान के आईसैक को उनके अर्धशतक से ठीक पहले आउट करने से इंग्लैंड की पारी की गति कम हो गई।
मेजबान टीम का स्कोर एक विकेट पर 76 रन से चार विकेट पर 86 रन हो गया। फिर अंबरीश ने लगातार दो विकेट चटकाए। एंड्रयू फ्लिंटॉफ के छोटे बेटे रॉकी ने तीन चौके और इतने ही छक्कों की मदद से अर्धशतक जड़कर निचले क्रम के साथ पारी को संभालने की कोशिश की। लेकिन दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे। फ्लिंटॉफ भी पटेल का शिकार बने और 43वें ओवर में इंग्लैंड की पारी समाप्त हो गई।