टीम इंडिया के माथे पर लगा बदनुमा दाग, इतिहास में पहली बार किसी टीम को मिली इतनी शर्मनाक हार
टीम इंडिया के माथे पर एक बदनुमा दाग लग गया है। टेस्ट क्रिकेट के 100 साल से भी ज्यादा लंबे इतिहास में पहली बार है, जब किसी टीम को इतनी शर्मनाक हार मिली है। टीम के पांच बल्लेबाजों ने शतक लगाया और टीम हार गई।

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा बदनुमा दाग भारतीय टीम पर लगा है, जो अगले कुछ दशकों तक धुलने वाला नहीं है। देखा जाए करीब 100 साल तक ऑस्ट्रेलिया के माथे पर ये कलंक था कि सबसे ज्यादा शतक एक टेस्ट मैच में जड़ने के बाद भी उनकी टीम हारी थी। ये बात साल 1928-29 के सत्र की है, जब ऑस्ट्रेलिया के चार बल्लेबाजों ने एक टेस्ट मैच में शतक जड़ा था और टीम हारी थी और भारतीय खिलाड़ियों ने पांच शतक लीड्स टेस्ट मैच में लगाए और टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस तरह देखा जाए तो ये टीम की सबसे शर्मनाक हार है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑस्ट्रेलिया के लिए उस मैच में सर डॉन ब्रैडमैन भी खेल रहे थे। उन्होंने डेब्यू मैच में शतक जड़ा था। वहीं, अगर बात इंडिया और इंग्लैंड के बीच लीड्स के हेडिंग्ले में खेले गए मुकाबले की करें तो पहली पारी में ओपनर यशस्वी जायसवाल, कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत ने शतक जड़ा था, जबकि दूसरी पारी में केएल राहुल के साथ-साथ ऋषभ पंत के बल्ले से शतकीय पारी निकली। इस तरह पांच निजी शतक एक टीम की ओर से इस मैच में लगे और उसे अंत में हार का सामना करना पड़ा।
इस मैच की बात करें तो इंग्लैंड की टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। भारत ने जब पहली पारी में 471 रन बना दिए थे तो ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं, क्योंकि पहली पारी में ही तीन शतक भारत की ओर से देखने को मिले। इंग्लैंड की टीम पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो 465 रनों तक पहुंच गई, जिसमें ओली पोप का शतक और हैरी ब्रूक की 99 रनों की पारी शामिल थी। इसके बाद भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 2 शतकों के बावजूद 364 रन बनाए और इंग्लैंड को 371 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे इंग्लैंड ने 82 ओवरों में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इसमें बेन डकेट की 149 रनों की पारी शामिल थी। 65 रन जैक क्राउली और 53 रन जो रूट ने बनाए थे।