IND vs ENG मैच में उड़ी बेन स्टोक्स के इस फैसले की धज्जियां! भड़के माइकल वॉन बोले- हैरान हूं कि...
इंडिया वर्सेस इंग्लैंड के पहले टेस्ट में इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स के टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले की खूब आलोचना हो रही है। लीड्स के खूबसूरत मैदान पर जब धूप निकली हुई थी और पिच में भी ज्यादा कुछ नहीं दिख रहा था इसके बावजूद स्टोक्स ने भारत को बैटिंग के लिए न्योता दिया।
इंडिया वर्सेस इंग्लैंड के पहले टेस्ट में इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स के टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले की खूब आलोचना हो रही है। लीड्स के खूबसूरत मैदान पर जब धूप निकली हुई थी और पिच में भी ज्यादा कुछ नहीं दिख रहा था इसके बावजूद स्टोक्स ने भारत को बैटिंग के लिए न्योता दिया। टीम इंडिया ने इसका फायदा उठाते हुए पहले ही दिन 3 विकेट के नुकसान पर 359 रन बोर्ड पर लगा दिए। इस दौरान यशस्वी जायसवाल और कप्तान शुभमन गिल ने शतक जड़े। स्टोक्स के इस फैसले की आलोचना पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी कही है।
वॉन, जो लीड्स के वेन्यू को करीब से जानते हैं, उन्होंने वहां 51 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं-जिनमें से चार इंग्लैंड के कप्तान के रूप में खेले हैं- उन्होंने कहा कि टॉस पर स्टोक्स के फैसले से वे "हैरान" थे।
वॉन ने बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल से कहा, "मैं लीड्स में एक पुराने जमाने का परंपरावादी हूं कि जब सूरज चमक रहा हो, शुष्क मौसम हो, तो आपको बल्लेबाजी करनी चाहिए। जब उन्होंने कहा कि वे गेंदबाजी करने जा रहे हैं, तो मैं हैरान रह गया। परंपराएं खत्म हो चुकी हैं। आपको अपने फैसले उसी पल लेने होते हैं, न कि उन चीजों पर जो आपने सालों पहले यहां की थीं।"
2022 में स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद से इंग्लैंड की पहले फील्डिंग करने की रणनीति एक परिचित पैटर्न बन गई है। उनके कार्यकाल के दौरान इंग्लैंड ने जिन नौ घरेलू टेस्ट मैचों में टॉस जीता, उनमें से आठ बार उन्होंने पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुना है, जिनमें से छह में उन्हें जीत मिली है।
वॉन ने दोहराया, "आपको हमेशा उसी पल अपने फैसले लेने होते हैं। और न ही वे चीजें जो आपने सालों पहले या किसी और समय में की थीं। इससे आज के फैसले पर कोई असर नहीं पड़ता। आप इंग्लैंड की टीम को देखें तो उनकी ताकत बल्लेबाजी में है। और इस समय गेंदबाजी में अनुभव की कमी है। बेन को स्पष्ट रूप से अपनी अंदरूनी भावना थी और कभी-कभी यह कारगर भी रही।"