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UPSC ने पूछ लिया सिगरेट, चश्मा और टायर से जुड़ा ये अनोखा सवाल, क्या आप जानते हैं इसका उत्तर?

यूपीएससी ऐसी परीक्षा है जो अपने अप्रत्याशित सवालों के लिए जानी जाती है। साल 2025 की प्री परीक्षा में इस बार सिगरेट बट, चश्मे के लेंस और कार के टायर से जुड़ा सवाल पूछा गया था।

Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तानThu, 26 June 2025 08:55 PM
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UPSC ने पूछ लिया सिगरेट, चश्मा और टायर से जुड़ा ये अनोखा सवाल, क्या आप जानते हैं इसका उत्तर?

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण परीक्षा में से एक माना जाता है। यह परीक्षा न केवल सामान्य ज्ञान की कसौटी है, बल्कि इसमें उम्मीदवार की सोच, समझ और विश्लेषण क्षमता को भी परखा जाता है। हर साल यूपीएससी अपने अनोखे और चौंकाने वाले सवालों से सुर्खियों में रहता है। इसी क्रम में वर्ष 2025 की प्रारंभिक परीक्षा में एक ऐसा सवाल पूछा गया जिसने उम्मीदवारों को सोचने पर मजबूर कर दिया।

प्रश्न था, सिगरेट बट्स, चश्मे के लेंस और कार के टायर में से कितने प्लास्टिक से बने होते हैं? इस सवाल का सही उत्तर था- तीनों। यानी तीनों में किसी न किसी रूप में प्लास्टिक मौजूद होता है। यह सवाल देखने में जितना सरल लग सकता है, लेकिन असल मायने में काफी कठिन है। सीधे तौर पर सोचा जाए तो केवर चश्मा का लेंस प्लास्टिक से बना होता है और टायर में रबर का इस्तेमाल होता है और सिगरेट बट्स कपास से बनते हैं। ऐसे में उत्तर केवल चश्मा का लेंस होना चाहिए। मगर उत्तर में तीनों विकल्प सही थे।

क्या इस उत्तर के पीछे का कारण

सबसे पहले बात करें सिगरेट बट्स की, तो अधिकतर लोगों को यह भ्रम होता है कि ये कपास से बने होते हैं। जबकि हकीकत यह है कि सिगरेट फिल्टर सेल्यूलोज एसीटेट नामक एक प्रकार के प्लास्टिक से बने होते हैं, जो धीरे-धीरे विघटित होते हैं और वातावरण में जहरीले रसायन छोड़ते हैं।

वहीं दूसरी तरफ, चश्मे के लेंस की बात करें तो आधुनिक लेंस अब कांच की जगह CR-39 और पॉलीकार्बोनेट जैसे प्लास्टिक से बनाए जाते हैं। ये लेंस हल्के, टिकाऊ होते हैं और बेहतर यूवी प्रोटेक्शन प्रदान करते हैं।

अब आते हैं कार के टायर पर। टायरों में प्राकृतिक रबर के साथ-साथ स्टाइरीन-ब्यूटाडीन रबर (SBR) और पॉलीब्यूटाडीन रबर जैसे सिंथेटिक प्लास्टिक कंपाउंड्स का इस्तेमाल होता है। ये टायर को ज्यादा लचीला, टिकाऊ और मजबूत बनाते हैं, लेकिन लंबे समय में ये माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण का बड़ा कारण बनते हैं।

क्यों जरूरी है यह सवाल

यूपीएससी का यह सवाल न सिर्फ अभ्यर्थियों के लिए जरूरी था, बल्कि आम लोगों को भी इसका उत्तर जानना जरूरी हैं क्योंकि यूपीएससी ऐसे मुद्दों को भी महत्व दे रहा है जो पर्यावरण और सार्वजनिक जीवन से सीधे जुड़े हुए हैं। यह न सिर्फ जानकारी का प्रश्न था, बल्कि यह भी दिखाता है कि एक उम्मीदवार को आज की दुनिया में किन विषयों पर सतर्क और जागरूक रहना चाहिए।

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