UP Polytechnic: निजी पॉलीटेक्निक की होगी ग्रेडिंग, तीन बार खराब ग्रेड मिला तो मान्यता खत्म
UP Polytechnic: उत्तर प्रदेश में निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहली बार ग्रेडिंग हो रही है। हर साल ग्रेडिंग होगी, लगातार तीन बार सी या उससे खराब ग्रेड मिला तो संस्थान की मान्यता खत्म होगी।

UP Polytechnic: उत्तर प्रदेश में निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहली बार ग्रेडिंग हो रही है। जुलाई में ग्रेडिंग का परिणाम जारी होगा। संस्थानों में संसाधनों, फैकल्टी और परिणाम के आधार परमूल्यांकन किया जा रहा है। ए, बी, सी व डी ग्रेड प्रदर्शन के आधार पर निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों को दिए जाएंगे। हर साल ग्रेडिंग होगी, लगातार तीन बार सी या उससे खराब ग्रेड मिला तो संस्थान की मान्यता खत्म होगी।
खराब ग्रेड पाने वाले संस्थानों को सुधार का अवसर भी दिया जाएगा। अगर कोई निजी पॉलीटेक्निक संस्थान सुधार के लिए प्रयास नहीं करेगा तो संचालन रोका जाएगा। उस समय जो विद्यार्थी उस संस्थान में पढ़ाई कर रहे होंगे सिर्फ उनकी पढ़ाई पूरी करने की मोहलत ही दी जाएगी, ताकि विद्यार्थियों का भविष्य खराब न हो। बाकी नए सत्र में वह किसी भी नए छात्र का प्रवेश नहीं ले सकेगा। अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा नरेन्द्र भूषण ने कहा कि अच्छा प्रदर्शन न करने वाले संस्थान बंद होंगे।
कुछ ही दिनों पहले यूपी पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया है।अभ्यर्थियों की काउंसलिंग पांच चरण में कराई जाएगी। पॉलीटेक्निक में संचालित एक, दो व तीन वर्षीय इंजीनियरिंग, फार्मेसी एवं अन्य दूसरे पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए काउंसलिंग 27 जून से 14 जुलाई के बीच होगी। इसका कार्यक्रम, सामान्य निर्देश एवं सीट आवंटन और सहायता केन्द्रों की सूची परिषद की वेबसाइड पर उपलब्ध है। काउंसलिंग में मदद के लिए प्रदेश में राजकीय एवं अनुदानित 150 पॉलीटेक्निक संस्थान को सहायता केन्द्र बनाया गया है। अभ्यर्थी किसी भी सहायता केन्द्र पर जाकर संस्थाओं एवं पाठ्यक्रम के चयन के लिए विकल्प भरने से लेकर दस्तावेजों का सत्यापन करा सकते हैं।
पॉलीटेक्निक में इंजीनियरिंग और फार्मेसी की प्रदेश भर में तीन लाख से अधिक सीटें हैं। बता दें कि इनमें से सरकारी पॉलीटेक्निक संस्थानों में 1,42230 सीट और फार्मेसी की 680 सीट हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि बाकी सीटें निजी कॉलेजों की हैं। इस समय उत्तर प्रदेश भर में 147 राजकीय, 18 अनुदानित, 18 पीपी मॉडल और 2486 निजी पॉलीटेक्निक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं।