SSC CGL या UPSC, कौन है आपके लिए बेहतर?
सरकारी नौकरी का सपना तो हर युवा देखता है, लेकिन रास्ता कौन-सा चुना जाए इसके में काफी दुविधा होती है। फिर SSC CGL चुने या UPSC, यह भी अभ्यर्थियों के बीच एक कठिन प्रश्न बना है।

SSC CGL or UPSC which is better: हर साल लाखों युवा सरकारी नौकरी की दौड़ में शामिल होते हैं। इन युवाओं के सामने एक बड़ा सवाल होता है, SSC CGL दें या UPSC? दोनों ही परीक्षाएं भारत सरकार के प्रतिष्ठित विभागों में अफसर बनने का मौका देती हैं, मगर दोनों का स्तर, तैयारी का तरीका, जिम्मेदारी और सैलरी ढांचा बिल्कुल अलग होता है। अगर आप भी इस दोराहे पर खड़े हैं, तो आइए विस्तार से समझते हैं कि आपके लिए कौन-सी परीक्षा बेहतर हो सकती है।
क्या है SSC CGL?
SSC CGL (Staff Selection Commission - Combined Graduate Level) भारत सरकार के मंत्रालयों और विभागों में ग्रुप ‘बी’ और ‘सी’ पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है। इसमें असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर, एकाउंटेंट, टैक्स असिस्टेंट जैसे पद होते हैं। यह परीक्षा स्नातक पास छात्रों के लिए होती है और इसका सिलेबस गणित, रीजनिंग, अंग्रेजी और जनरल अवेयरनेस पर आधारित होता है।
क्या है UPSC?
UPSC (Union Public Service Commission) सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के ज़रिए IAS, IPS, IFS और अन्य ग्रुप 'A' सेवाओं के लिए अफसरों की भर्ती करता है। यह देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसके तीन चरण होते हैं, प्री, मेंस और इंटरव्यू।
कैसे होती SSC CGL की तैयारी
SSC CGL की तैयारी तुलनात्मक रूप से आसान मानी जाती है। 6 से 12 महीने की तैयारी से छात्र अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। इसमें मैथ्स और इंग्लिश पर अच्छी पकड़ जरूरी होती है। इसके लिए हजारों कोचिंग सेंटर, ऑनलाइन क्लासेस और मॉक टेस्ट उपलब्ध हैं।
कैसे की जाती है UPSC की तैयारी
वहीं UPSC की तैयारी में एक से दो साल का समर्पण चाहिए। इसका सिलेबस बेहद विस्तृत होता है, इसमें इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, निबंध, एथिक्स से लेकर करंट अफेयर्स तक सब कुछ पढ़ना होता है। साथ ही, इसमें इंटरव्यू की तैयारी भी जरूरी होती है, जहां व्यक्तित्व और सोच को परखा जाता है।
SSC CGL के जरिए मिलती हैं ये जिम्मेदारियां
SSC CGL के ज़रिए मिलने वाली नौकरियों में अकाउंटिंग, टैक्सेशन, एडमिनिस्ट्रेटिव और फील्ड लेवल काम होता है। ज़िम्मेदारी सीमित होती है, काम अपेक्षाकृत स्थिर और लो-प्रेशर वाला होता है।
UPSC के जरिए मिलता है कौन सा काम
UPSC से मिलने वाले पदों में प्रशासनिक, पुलिस, विदेश सेवा या नीति-निर्माण जैसे बड़े काम होते हैं। इसमें निर्णय लेने की ताकत होती है और जनता से सीधा जुड़ाव होता है। जिम्मेदारी ज्यादा होती है, लेकिन समाज में इज्जत भी उसी अनुपात में मिलती है।
प्रमोशन और करियर ग्रोथ
SSC CGL में प्रमोशन की प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है। हालांकि, अनुभव और समय के साथ अच्छे पदों तक पहुंचा जा सकता है, लेकिन ग्रुप ‘A’ स्तर तक पहुंचना मुश्किल होता है। UPSC से चुने गए अफसरों को तेज प्रमोशन मिलता है। 20 साल की सर्विस में IAS अधिकारी सचिव स्तर तक पहुंच सकते हैं, जो किसी राज्य या मंत्रालय का शीर्ष प्रशासक होता है।
SSC CGL या UPSC में क्या चुने
यह पूरी तरह इस पर निर्भर करता है कि आपकी प्राथमिकता क्या है। अगर आप जल्दी सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं, कम जोखिम लेकर एक स्थिर जीवन जीना चाहते हैं, तो SSC CGL आपके लिए सही है। लेकिन अगर आप में नेतृत्व की भावना है, देश के लिए कुछ बड़ा करने का जज्बा है, और लंबे समय तक कठोर मेहनत करने का धैर्य है, तो UPSC आपको जिंदगी बदलने का मौका देगा।