Scholarship : कॉलेज छात्रों के लिए सरकार की स्कॉलरशिप, हर साल मिलेंगे 12 से 20 हजार रु, CBSE ने दी आवेदन की सलाह
कॉलेज में यूजी व पीजी लेवल की पढ़ाई करने जा रहे विद्यार्थी सेंट्रल सेक्टर स्कॉलरशिप स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें यूजी लेवल पर 12 हजार और पीजी लेवल पर 20 हजार रुपये सालाना मिलते हैं। scholarships.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

Central Sector Scholarship 2025 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं पास करने वाले छात्रों से कहा है कि वे सत्र 2025-26 के लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय की पढ़ाई के दौरान मिलने वाली सेंट्रल सेक्टर स्कॉलरशिप स्कीम के लिए आवेदन करें। कॉलेज या विश्वविद्यालय में यूजी व पीजी कोर्स की पढ़ाई के दौरान केंद्र सरकार की इस स्कॉलरशिप का लाभ प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट्स राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल scholarships.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा इस स्कॉलरशिप का पहले से लाभ प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के लिए इसके नवीनीकरण (रिन्यूवल) की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। वर्ष 2024 के लिए प्रथम नवीनीकरण, वर्ष 2023 के लिए द्वितीय नवीनीकरण, वर्ष 2022 के लिए तृतीय नवीनीकरण और वर्ष 2021 के लिए चतुर्थ नवीनीकरण के लिए भी आवेदन खुले हैं।
जो छात्र नई छात्रवृत्ति प्राप्त करना चाहते हैं या नवीनीकरण के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे अपना आवेदन वेबसाइट scholarships.gov.in पर जमा कर सकते हैं। नवीनीकरण और नई छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर, 2025 है।
छात्रवृत्ति के बारे में
शिक्षा मंत्रालय का उच्च शिक्षा विभाग सेंट्रल सेक्टर स्कीम स्कॉलरशिप के जरिए कॉलेज और विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने जा रहे व पढ़ाई कर रहे यूजी व पीजी छात्रों को आर्थिक मदद देता है।
⦁ इस छात्रवृत्ति में स्नातक स्तर पर पहले तीन वर्षों के लिए हर साल 12,000 और स्नातकोत्तर स्तर पर 20,000 रुपये दिए जाते हैं।
- ये छात्रवृत्तियां भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा उच्चतर माध्यमिक/कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों के आधार पर दी जाती हैं।
⦁ ईयर के बाद स्कॉलरशिप रिन्यूवल के लिए कम से कम 50 फीसदी मार्क्स लाना अनिवार्य होगा। साथ ही 75 फीसदी अटेंडेंस भी होनी चाहिए।
कौन से छात्र हैं योग्य
⦁ परिवार की आय सालाना 4.5 लाख से अधिक न हो।
⦁ स्टूडेंट के अपने बोर्ड में संबंधित स्ट्रीम में कम से कम 80 पर्सेंटाइल अंक होना अनिवार्य होगा।
⦁ विद्यार्थी की डिग्री डिस्टेंस या कोरेसपोन्डेंस से नहीं होनी चाहिए। डिप्लोमा वालों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
⦁ विद्यार्थी किसी अन्य स्कॉलरशिप का लाभ न उठा रहा हो।