IIT Campus Placement : एक को छोड़कर सभी आईआईटी संस्थानों की BTech प्लेसमेंट में गिरावट
- आईआईटी बीएचयू को छोड़कर देश के कुल 23 में से 22 आईआईटी संस्थानों में 2021-22 की तुलना में 2023-24 में बीटेक छात्रों के कैपस प्लेसमेंट में गिरावट दर्ज की गई है।

देश के कुल 23 में से 22 आईआईटी संस्थानों में 2021-22 की तुलना में 2023-24 में बीटेक छात्रों के कैपस प्लेसमेंट में गिरावट दर्ज की गई है। सिर्फ आईआईटी बीएचयू ही इस गिरावट से अछूता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा संसदीय स्थायी समिति के साथ साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार आईआईटी धारवाड़ की प्लेसमेंट में करीब 25 प्रतिशत अंकों की सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है। जबकि आईआईटी खड़गपुर में 2.88 प्रतिशत अंकों की सबसे कम गिरावट रही है।
शिक्षा, महिला, बाल, युवा और खेल मामले से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति को मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार कुल 15 आईआईटी में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई।
वर्ष 2025-26 के लिए उच्च शिक्षा विभाग की अनुदान मांग पर अपनी रिपोर्ट में कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता वाली समिति ने वर्ष 2021-22 और 2023-24 के बीच आईआईटी और आईआईआईटी में प्लेसमेंट में असामान्य गिरावट का जिक्र किया । इस रिपोर्ट को बुधवार को जारी किया गया। हालांकि आईआईआईटी के लिए संबंधित डेटा को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया।
2021-22 और 2023-24 के बीच 15 आईआईटी की प्लेसमेंट दर में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की। आईआईटी धारवाड़ में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जो 90.20 फीसदी से घटकर 65.56 फीसदी रह गई यानी 24.64 अंकों की गिरावट। इसके बाद आईआईटी जम्मू रहा जहां प्लेसमेंट दर 92.08 फीसदी से घटकर 70.25 फीसदी रह गई। यहां 21.83 फीसदी की कमी हुई। आईआईटी रुड़की में प्लेसमेंट रेट 98.54 फीसदी से घटकर 79.66 फीसदी रह गई यानी 18.88 अंकों की गिरावट आई।
ज्यादातर आईआईटी संस्थानों की प्लेसमेंट रेट में भारी गिरावट के बीच आईआईटी बीएचयू वाराणसी की प्लेसमेंट दर 2021-22 में 83.15 फीसदी से बढ़कर 2023-24 में 88.04 फीसदी हो गई। यहां 4.89 प्रतिशत अंकों का इजाफा हुआ।
आईआईटी मद्रास (12 प्रतिशत अंकों की गिरावट, पहले के 85.71% से 73.29% तक)
आईआईटी बॉम्बे (लगभग 13 प्रतिशत अंकों की गिरावट, पहले के 96.11% से 83.39% तक)
आईआईटी कानपुर (11 प्रतिशत अंकों की गिरावट, पहले के 93.63% से 82.48% तक)
आईआईटी दिल्ली (लगभग 15 प्रतिशत अंकों की गिरावट, पहले के 87.69% से 72.81% तक)।
- 2021-22 में आईआईटी बीएचयू में प्लेसमेंट के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों में से 83.15 फीसदी की नौकरी लगी।
- 2021-22 में आईआईटी गोवा में प्लेसमेंट के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों में से 98.65 फीसदी की नौकरी लगी।
- 23 आईआईटी में से 14 ने 90 फीसदी से अधिक प्लेसमेंट दर्ज किया।
- 2023-24 में केवल तीन आईआईटी - जोधपुर, पटना और गोवा - ने 90 फीसदी से अधिक प्लेसमेंट दर्ज किया, जिसमें आईआईटी जोधपुर में सबसे अधिक 92.98 फीसदी और आईआईटी धारवाड़ में सबसे कम 65.56 फीसदी था।
आईआईटी दिल्ली में 87.69 फीसदी से 89.88 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो कि गिरकर 72.81 फीसदी हो गई। इसी तरह आईआईटी रुड़की में 2021-22 में 98.54 फीसदी प्लेसमेंट दर थी, जो 2022-23 में और बढ़कर 97.67 फीसदी हो गई, लेकिन फिर 2023-24 में तेजी से गिरकर 79.66 फीसदी हो गई। आईआईटी बीएचयू हाल के वर्ष में 88.04 फीसदी रेट पाने से पहले 83.15% से 95.62% तक उछाल दिखाया। आईआईटी भुवनेश्वर में इसी तरीके 82.48% से बढ़कर 86.07% हो गया और फिर वापस 82.48% पर आ गया। आईआईटी गोवा ने 2021-22 में 98.65 फीसदी प्लेसमेंट दर हासिल की जो 2022-23 में बढ़कर 99.05 फीसदी हो गई लेकिन बाद में घटकर 92.73% हो गई।
23 आईआईटी में से केवल तीन आईआईटी- खड़गपुर, गांधीनगर और तिरुपति में 2022-23 की तुलना में 2023-24 में प्लेसमेंट प्रतिशत में वृद्धि देखी गई। आईआईटी खड़गपुर, जिसमें 2021-22 में 86.79 फीसदी से 2022-23 में 79.70 फीसदी की गिरावट देखी गई थी, 2023-24 में 83.91% पर पहुंच गई। इसी तरह, आईआईटी गांधीनगर का प्लेसमेंट, 2021-22 में 91.85% से 2022-23 में 80.89% तक गिरने के बाद, 2023-24 में थोड़ा सुधार करके 82.39% पर पहुंच गया।
हालांकि प्लेसमेंट मार्केट की स्थिति और प्लेसमेंट दरों में गिरावट के विभिन्न कारणों पर निर्भर करता है, जिसमें उच्च शिक्षा के लिए छात्रों का चयन या स्टार्ट अप की ओर जाना शामिल हैं। समिति ने उच्च शिक्षा विभाग को रोजगार क्षमता बढ़ाने के तरीके खोजने के लिए उपाय करने का सुझाव दिया।