DDU Admission 2025: डीडीयू में 50 प्रतिशत से कम छात्रों वाले कोर्सेज में नहीं होगी पढ़ाई
DDU Admission 2025: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति ने शनिवार को निर्णय लिया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में ऐसे किसी पाठ्यक्रम का संचालन नहीं किया जाएगा, जिसमें 10 से कम अभ्यर्थी प्रवेश लेंगे।

DDU Admission 2025: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति ने शनिवार को निर्णय लिया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में ऐसे किसी पाठ्यक्रम का संचालन नहीं किया जाएगा, जिसमें 10 से कम अभ्यर्थी प्रवेश लेंगे। इन पाठ्यक्रमों में होटल मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन ज्योतिष वास्तु शामिल हैं।
विवि ने यह फैसला कुलाधिपति के जारी उस निर्देश के अनुसार लिया है, जिसमें यह कहा गया है कि 10 से कम अभ्यर्थियों वाले पाठ्यक्रमों का संचालन न किया जाए। हालांकि, विवि के अलग-अलग सेल्फ फाइनेंस कोर्स में ज्यादा आवेदन तो किसी कोर्स में 50 फीसदी से भी कम आवेदन आए हैं। इस पर इस पर कुलपति ने प्रति कुलपति के निर्देशन में कमेटी बनाकर सभी सेल्फ फाइनेंस कोर्स की रिपोर्ट मांगी है। सोमवार को इस पर विवि फैसला भी लेगा कि कौन-कौन से सेल्फ फाइनेंस कोर्स चलाए जाएंगे।
अभ्यर्थियों को मिलेगा एक और मौका-
इसके अलावा स्थगित किए जाने वाले पाठ्यक्रमों में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश समिति ने एक और मौका दिया है। आवेदन करने वाले छात्र ऐसी सीटों पर आवेदन कर सकेंगे, जहां पर सीटें रिक्त हो और अभ्यर्थी उसके लिए योग्यता रखता हो।
वहीं, एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में प्रवेश समिति ने ऐसे सेल्फ फाइनेंस कार्यक्रमों को स्थगित करने का निर्णय लिया जिसमें 50 प्रतिशत से कम सीटों पर प्रवेश की स्थिति हो। समिति की अध्यक्षता कर रही कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि इसे लेकर शासन ने पूर्व में ही निर्देश जारी किए हैं। सीटों में वृद्धि और कमी के प्रस्तावों पर विचार करते हुए समिति ने इसे परीक्षण कराने के बाद स्वीकृति प्रदान किए जाने का निर्णय लिया है।
बीटेक तथा बीफॉर्म पाठ्यक्रमों में मेरिट के आधार पर प्रवेश
कुलपति ने बताया कि समिति ने बीटेक तथा बीफॉर्म पाठ्यक्रमों में लैटरल एंट्री के लिए प्राप्त आवेदनों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश लेने का निर्णय लिया। इसके अलावा विज्ञान संकाय के अंतर्गत स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत वनस्पति विज्ञान, प्राणीविज्ञान तथा मनोविज्ञान संयुक्ति की 60 सीटों पर प्रवेश के लिए अपना अनुमोदन दिया।