Hindi Newsकरियर न्यूज़CBSE Result 2025: Numbers not everything more emphasis on learning, psychological counseling started

CBSE Result 2025: छात्रों के लिए अब नंबर ही सब कुछ नहीं, सीखने पर ज्यादा जोर, मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग शुरू

सीबीएसई परीक्षा परिणाम में 90% से अधिक अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई, विशेषज्ञों ने कहा कि इस परिवर्तन को सकारात्मक रूप से देखने की जरूरत है।

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तानWed, 14 May 2025 09:21 AM
share Share
Follow Us on
CBSE Result 2025: छात्रों के लिए अब नंबर ही सब कुछ नहीं, सीखने पर ज्यादा जोर, मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग शुरू

सीबीएसई परीक्षा परिणाम में 90% से अधिक अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई, विशेषज्ञों ने कहा कि इस परिवर्तन को सकारात्मक रूप से देखने की जरूरत है। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में इस बार ट्रेंड में बदलाव दिखा है। पास प्रतिशत में जहां बढ़ोतरी देखी गई है वहीं 90% से अधिक अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई। विशेषज्ञों ने कहा कि इस बदलाव को सकारात्मक रूप से देखने की जरूरत है।

माउंट आबू पब्लिक स्कूल रोहिणी की प्रिंसिपल ज्योति अरोड़ा का कहना है कि अब बच्चों को यह पता है कि नंबर ही सब कुछ नहीं है। उसके लिए सीखना, तकनीकी रूप से दक्ष होना भी जरूरी है। विद्यार्थी अब प्रतिस्पर्धा से इतर जो वह कर सकते हैं उसे कर रहे हैं। कई बार रचनात्मक करते हुए भी विद्यार्थी बेहतर कर रहे हैं।

आइटीएल स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. सुधा आचार्य का कहना है कि 99 फीसदी अंक लाना बच्चों के लिए अच्छा नहीं है। मैं इसे बहुत अच्छी प्रैक्टिस नहीं मानती हूं। बच्चा तमाम विषयों में अच्छा करता है। वह कई क्षेत्र में बेहतर कर सकता है और कर रहा है तो यह अभिभावकों को भी ध्यान रखना होगा कि 90 फीसद से अधिक अंक ही बेहतर अंक नहीं है। उन्होंने परीक्षा परिणाम के बाद अपने स्कूल में आए 12वीं के छात्रों के अनुभव साझा करते हुए बताया कि बच्चों का कहना है कि अभिभावक बस नंबर पूछते हैं, लेकिन हमने और क्षेत्रों में बेहतर किया है।

मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग शुरू की

परीक्षा परिणामों के बाद उत्पन्न मानसिक तनाव और चिंता को कम करने के उद्देश्य से वार्षिक पोस्ट-रिजल्ट साइकोसोशल काउंसलिंग सेवा की शुरुआत की है। यह सेवा 13 से 28 मई तक जारी रहेगी। इस पहल के तहत छात्रों और अभिभावकों को 15 दिनों तक निःशुल्क टेली-काउंसलिंग की सुविधा दी जा रही है। यह सेवा बोर्ड की उन दो चरणों वाली काउंसलिंग योजना का दूसरा हिस्सा है, जिसका पहला चरण परीक्षाओं के दौरान शुरू किया गया था। सीबीएसई ने कहा गया कि इस सेवा में कुल 65 प्रशिक्षित विशेषज्ञों की टीम शामिल है, जिनमें से 51 भारत में और 14 विदेश में कार्यरत हैं।वि

स्टूडेंट्स और उनके परिवार अतिरिक्त जानकारी और संसाधनों के लिए बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के काउंसलिंग लिंक

https://www.cbse.gov.in/cbsenew/ Counselling/_pr.html और यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/@cbsehq1905 पर भी संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। छात्र और अभिभावक टोल फ्री नंबर 1800-11-8004 पर भी कॉल कर सकते हैं। इस नंबर पर इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स सिस्टम के माध्यम से भी छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण उपाय दिए जाते हैं।

कई विषयों में रुचि बढ़ी : विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल मयूर विहार फेस-3 के प्रिंसिपल डॉ. सतवीर शर्मा का कहना है कि पिछले वर्षों के भांति इस वर्ष का सीबीएसई परिणाम में पास प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, 90 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई है जिससे प्रतीत होता है की बच्चों में नई शिक्षा नीति के तहत कई विषयों में रुचि बढ़ी है। इसका नतीजा है की बच्चे भले ही अंक कम पाए हों लेकिन अधिक संख्या में उत्तीर्ण हुए हैं। हालांकि, सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज का कहना है कि नई शिक्षा नीति के लागू होने के बाद इसका प्रभाव परीक्षा परिणाम में परिलक्षित होने में चार से पांच साल लगेंगे, लेकिन फिलहाल यह कह सकता हूं कि जिन छात्रों ने बेहतर किया है वह अच्छे अंक लाए हैं।

लेटेस्ट एजुकेशन न्यूज़ अपडेट हिंदी में हिंदुस्तान पर, Hindi News, क्रिकेट न्यूज पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।
अगला लेखऐप पर पढ़ें