BHU में विदेशी छात्रों को मिलेगी 15 तरह की स्कॉलरशिप, PhD वालों को पढ़ाने के लिए 50 हजार मिलेंगे
बीएचयू में पीएचडी छात्रों को एक साल के लिए विभागों में शिक्षण का मौका दिया जाता है। इसके लिए बीएचयू उन्हें 50 हजार रुपये तक का मानदेय देता है।

बीएचयू में इस साल प्रवेश लेने वाले विदेशी छात्रों को आम छात्रों की तरह विश्वविद्यालय की सभी सुविधा और अवसर का लाभ मिलेगा। इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) के तहत शुरू हुई टीच फॉर बीएचयू, अर्न व्हाइल लर्न और एनी बेसेंट फेलोशिप प्रोग्राम के अलावा 15 अन्य छात्रवृत्ति योजनाएं विदेशी छात्रों को बढ़ोतरी और विकास के पूरे अवसर प्रदान करेंगी।
मेधावी छात्रों को परंपरागत छात्रवृत्तियां देने के साथ बीएचयू ने दिव्यांग, आर्थिक रूप से अक्षम छात्रों के अलावा छात्राओं के लिए भी कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं। बीएचयू की तरफ से 15 ऐसे कार्यक्रमों की सूची जारी की गई है जिनमें विदेशी छात्रों को भी शामिल किया जाएगा। इनमें टीच फॉर बीएचयू और अर्न व्हाइल लर्न जैसी योजनाएं भी शामिल हैं। दो साल से जारी टीच फॉर बीएचयू योजना के बेहतर परिणाम मिले हैं। इसके तहत पीएचडी छात्रों को एक साल के लिए विभागों में शिक्षण का मौका दिया जाता है। इसके लिए बीएचयू उन्हें 50 हजार रुपये तक का मानदेय देता है। अर्न व्हाइल लर्न योजना में भी छात्रों को पढ़ाई के साथ कमाने के भी मौके दिए जाते हैं। मालवीय पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप के अलावा पीएचडी करने वाले विदेशी छात्र यूजीसी नॉन नेट फेलोशिप का लाभ भी दे सकते हैं।
स्नातक से लेकर शोधछात्रों के लिए छात्र कल्याण कोष से विभागीय छात्रवृत्तियां, दृष्टिबाधित छात्रों को पांच हजार रुपये और नि:शुल्क भोजन की अन्नदान योजना, 50 गरीब छात्रों को सात महीने का मेस चार्ज और छात्राओं को मेस चार्ज की वापसी, 25 दिव्यांग छात्रों को अनुदान के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाली छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन के मौके होंगे। प्रवेश सेल समन्वयक प्रो. भास्कर भट्टाचार्य ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए बीएचयू हर तरह की शिक्षा और सुविधा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है।