NEET 2025 Topper Habits: 'रोज करें पढ़ाई', इन 10 आदतों से बने महेश कुमार नीट यूजी 2025 टॉपर
NEET Topper Habits: महेश कुमार ने नीट परीक्षा की तैयारी के दौरान 10 आदतों को अपनाया, जिनकी वजह से उन्हें NEET में ऑल इंडिया रैंक 1 मिली है। अगर आप भी नीट की तैयारी कर रहे हैं तो नीट टॉपर की इन 10 आदतों के बारे में जरूर जानिए।

Daily Routine of NEET Toppers: इस वर्ष नीट यूजी 2025 परीक्षा में राजस्थान के महेश कुमार ने टॉप किया है। महेश कुमार ने 99.9999547 पर्सेंटाइल मार्क्स हासिल किए हैं। महेश कुमार ने नीट परीक्षा की तैयारी के दौरान 10 आदतों को अपनाया, जिनकी वजह से उन्हें NEET में ऑल इंडिया रैंक 1 मिली है। अगर आप भी नीट की तैयारी कर रहे हैं तो नीट टॉपर की इन 10 आदतों के बारे में जरूर जानिए, आपको भी सफलता जरूर मिलेगी।
1. पढ़ाई को रोजाना के रूटीन में करें शामिल
अगर आप रोजाना पढ़ाई करेंगे तो आपके ऊपर परीक्षा से पहले सिलेबस पूरा करने का बोझ नहीं होगा। महेश कुमार टार्गेट पूरा करने के बजाय रोज फिक्स्ड रूटीन से पढ़ते थे।
2. डिसिप्लिन और फिक्स्ड टाईमटेबल
महेश कुमार ने एक टाईमटेबल बनाया और उसे रोजाना फॉलो किया। उनका शेड्यूल फिक्स्ड था। जिससे उन्हें सभी विषयों को समान समय और बैलेंस बनाने में मदद मिली।
3. सेल्फ कॉन्फिडेंस और पॉजिटिव थिंकिंग
महेश कुमार ने सेल्फ कॉन्फिडेंट रहे। उन्होंने अपने आप को ओवर कॉन्फिडेंस से दूर रखा और खुद पर विश्वास बनाए रखा। जिसके कारण उन्हें तैयारी के दौरान शांत रहने में मदद मिली।
4. मॉक टेस्ट को लें सीरियस
नियमित रूप से मॉक टेस्ट देने से आप टाईम मैनेजमेंट और एग्जाम के पैटर्न को समझ पाएंगे। इससे आप अपनी प्रोग्रेस को ट्रैक कर सकते हैं।
5. सेहत का रखा ध्यान
महेश कुमार ने मेंटल हेल्थ और फिजिकल हेल्थ के महत्व को समझते हुए, अपनी नींद, खानपान और पढ़ाई के दौरान शॉर्ट ब्रेक पर ध्यान दिया।
6. कोचिंग इंस्टीट्यूट से मिला सपोर्ट
महेश कुमार ने गुरु कृपा करियर इंस्टीट्यूट से तीन साल पढ़ाई की है। उनके शिक्षकों ने उन्हें अच्छी गाइडेंस और प्रोत्साहन दिया।
7. टाईम मैनेजमेंट
महेश कुमार ने फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के बीच समय को सही तरह से बांटा। यह आदत उन्हें मॉक टेस्ट एग्जाम और प्रैक्टिस के दौरान लगी, जिससे उन्हें नीट एग्जाम में प्रैशर को हैंडल करने में मदद मिली।
8. लैंग्वेज बैरियर की परेशानी
महेश कुमार हिन्दी मीडियम स्टूडेंट हैं। नीट की तैयारी के शुरुआत में उन्हें इंग्लिश में परेशानी होती थी, लेकिन बाद में उन्होंने इस समस्या को अपनी सफलता में बदल दिया।
9. लास्ट मिनट के लिए कुछ नहीं छोड़ा
महेश कुमार ने आखिरी समय के लिए किसी भी टॉपिक को नहीं छोड़ा। उन्होंने आखिरी महीने में रिवीजन पर ध्यान दिया।
10. नीट एक्सपीरेंट्स के लिए सलाह
महेश कुमार ने नीट एक्सपीरेंट्स के लिए सलाह दी है कि वे स्टडी टाइम टेबल तैयार करें, रोजाना पढ़ाई करें और मॉक टेस्ट जरूर दें।