₹62 पर आया एनर्जी कंपनी का दिग्गज शेयर, अलर्ट मोड में निवेशक, 1400% दे चुका है रिटर्न
बता दें कि एनर्जी कंपनी एक रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइडर है और पवन टर्बाइन का प्रोडक्शन करती है। मार्च 2025 तक, प्रमोटरों के पास कंपनी में 13.25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इसके शेयर इन दिनों सुस्त हैं, जबकि पिछले पांच साल में 1400% तक चढ़ा था।

Suzlon Energy shares: रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई। बीएसई पर शेयर 0.84 प्रतिशत गिरकर 62.77 रुपये पर बंद हुआ। भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बीच रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की इस प्रमुख कंपनी द्वारा महत्वपूर्ण परियोजनाएं हासिल करने के बावजूद बाजार निवेशक सतर्क बने हुए हैं। हाल ही में एक रेगुलेटरी फाइलिंग में, सुजलॉन ने कहा कि उसने आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 170.1 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना के लिए एएमपीआईएन से अपना लगातार तीसरा ऑर्डर हासिल किया है। समझौते के तहत, सुजलॉन अपने 54 एडवांस एस144 पवन टरबाइन जनरेटर (डब्ल्यूटीजी) की सप्लाई करेगा, जिनमें से प्रत्येक की रेटेड क्षमता 3.15 मेगावाट होगी। बता दें कि कंपनी के शेयर बीते पांच साल में 1400% तक का रिटर्न दे चुका है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
तकनीकी रूप से, सुजलॉन 74.30 रुपये पर पहुंचने के बाद अल्पकालिक सुधार से गुजर रहा है, जिसमें 62-60 रुपये की रेंज में प्रमुख समर्थन देखा जा रहा है। एंजेल वन में वरिष्ठ विश्लेषक - तकनीकी और व्युत्पन्न अनुसंधान, ओशो कृष्ण ने कहा, "सुजलॉन में हाल ही में कुछ गिरावट देखी गई है, जो 74.30 रुपये के अपने हाल के उच्च स्तर से सुधार हुआ है। शेयर 62-60 रुपये की सीमा में समर्थन रखता है, और इस क्षेत्र से नीचे छोटी अवधि के आउटलुक को बाधित कर सकता है। ऊपर की ओर, 66-67 रुपये के क्षेत्र से ऊपर का ब्रेकआउट काउंटर में नई गति को ट्रिगर करने की संभावना है।"
अन्य एनालिस्ट की राय
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक कुणाल कांबले ने कहा कि 62.78 रुपये सुजलॉन के लिए निकट अवधि के समर्थन के रूप में कार्य कर सकते हैं, जिसमें 60 रुपये पर मजबूत आधार है। उन्होंने यह भी कहा, "निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे नए लॉन्ग पोजीशन शुरू करने से पहले इन स्तरों के पास तेजी वाले कैंडलस्टिक की पुष्टि का इंतजार करें। समर्थन से पलटाव स्टॉक को 70 रुपये की ओर ले जा सकता है, जबकि 59 रुपये से नीचे बंद होने से तेजी का सेटअप अमान्य हो जाएगा।" बता दें कि सुजलॉन एनर्जी एक रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइडर है और पवन टर्बाइन का प्रोडक्शन करती है। मार्च 2025 तक, प्रमोटरों के पास कंपनी में 13.25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।