तीन मई तक अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा चालू होने की उम्मीद, कोरोना से जंग में भारत के प्रयासों की दुनिया भर में सराहना
प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लॉकडाउन के कारण पड़ रहे प्रभाव से निपटने के लिए कुछ और नपे-तुले मौद्रिक तथा वित्तीय प्रोत्साहन उपाय...

प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लॉकडाउन के कारण पड़ रहे प्रभाव से निपटने के लिए कुछ और नपे-तुले मौद्रिक तथा वित्तीय प्रोत्साहन उपाय किए जाने की तैयारी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि तीन मई तक अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा चालू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्री परिवहन लंबे समय तक बंद रह सकता है और इस पर रोक कुछ सप्ताह नहीं बल्कि कुछ महीने चल सकती है। उन्होंने उन क्षेत्रों का उदाहरण देते हुए यह बात कही, जिसके हाल-फिलहाल खोले जाने की संभावना नहीं है।
उन्होंने कहा कि जहां तक आंतरिक अर्थव्यवस्था का सवाल है, उसे चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा और बंद के कारण सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों को राहत उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। सान्याल ने कहा कि आरबीआई पहले ही दो प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर चुका है और गवर्नर शक्तिकांत दास ने संकेत दिया है कि जरूरत पड़ने पर भविष्य में और कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने पीएचडी चैंबर के सदस्यों को वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा , ''हम खर्च करने को इच्छुक हैं। हम पर्याप्त खर्च करेंगे। हमारे पास मौद्रिक मामले में संसाधन है, लेकिन हम वित्तीय संसाधन भी उपलबध कराएंगे...हमे संभवत: जल्दी ही पैकेज मिलेगा। इस पर काम जारी है...हम इसे सोच- विचारकर लाएंगे। सान्याल ने कहा कि भारत ने समस्या से पार पाने के लिए जो कदम उठाये हैं, उसकी दुनिया भर में सराहना हो रही है।