MTNL, वोडाफोन-आइडिया समेत टेलीकॉम कंपनियों के शेयर 19% से भी ज्यादा चढ़े, क्या है वजह
आज MTNL के शेयर तो 19% से भी ज्यादा चढ़ गए। वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल के शेयर भी लगभग 3% तक बढ़े। TTML, HFCL, भारती हेक्साकॉम और इंडस टावर्स जैसी कंपनियों के शेयर भी 1% से 5% तक ऊपर गए।

टेलीकॉम कंपनियों के शेयरों में बुधवार, 25 जून को तेजी देखने को मिल रही है। MTNL, वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल जैसे कई टेलीकॉम कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ गईं। इसकी एक बड़ी वजह यह थी कि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध रुक जाने से बाजार का माहौल खुशनुमा हो गया था, जिससे निवेशकों की चिंता कम हुई।
आज MTNL के शेयर तो 19% से भी ज्यादा चढ़ गए। वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल के शेयर भी लगभग 3% तक बढ़े। TTML, HFCL, भारती हेक्साकॉम और इंडस टावर्स जैसी कंपनियों के शेयर भी 1% से 5% तक ऊपर गए।
नतीजे उम्मीद से बेहतर
ये तेजी पिछले कुछ समय से चल रही है। दरअसल, टेलीकॉम कंपनियों ने मार्च महीने वाली तिमाही (Q4FY25) में जो नतीजे दिखाए, वे उम्मीद से बेहतर रहे। बाजार के जानकारों का मानना है कि इस क्षेत्र में बड़ा बदलाव हो रहा है, जिसकी वजह से निवेशकों की नजर फिर से इन शेयरों पर पड़ी है।
क्या बदलाव हो रहा है?
कोविड के बाद से हर ग्राहक से होने वाली औसत आमदनी (ARPU) में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही, कंपनियों के ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है और डेटा इस्तेमाल भी ज्यादा हो रहा है। स्टेरलाइट टेक, MTNL, ITI और रेलटेल कॉरपोरेशन जैसे शेयर तो पिछले एक महीने में ही 12% से लेकर 38% तक चढ़ चुके हैं।
6,100 करोड़ रुपये का मुनाफा
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने बताया कि पूरे टेलीकॉम सेक्टर ने मार्च तिमाही में मुनाफा कमाया है। पिछले साल की इसी तिमाही में सेक्टर को 1,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, लेकिन इस साल उसे 6,100 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। यह कमाई ज्यादातर भारती एयरटेल की वजह से है, बाकी कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे।
भविष्य को लेकर विशेषज्ञों का नजरिया सकारात्मक है। उन्हें उम्मीद है कि हर ग्राहक से होने वाली औसत आमदनी (ARPU) लगातार बढ़ती रहेगी। ब्रोकरेज फर्म JM फाइनेंशियल ने कहा है कि अगले 3 से 5 सालों में टेलीकॉम कंपनियों की ARPU सालाना लगभग 12% की दर से बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि बाजार में मुख्य तौर पर तीन बड़ी कंपनियां (भारती एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया) ही बची हैं। खासकर जियो को अपने भारी 5G खर्च को सही ठहराने और भविष्य में स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने के लिए ज्यादा आमदनी की जरूरत है।
JM फाइनेंशियल का अनुमान है कि मोबाइल नेटवर्क की महंगी योजनाएं लेना, पोस्टपेड कनेक्शन बढ़ना, डेटा पर ज्यादा कमाई और समय-समय पर दरें बढ़ाने से मार्च 2028 (FY28) तक पूरे सेक्टर की औसत ARPU बढ़कर 290 से 320 रुपये हो सकती है।
क्या खरीदें क्या होल्ड करें
फर्म ने भारती एयरटेल और भारती हेक्साकॉम के शेयरों को 'खरीदें' (Buy) की सलाह दी है। जियो पर उनका नजरिया पॉजिटिव है और टाटा कम्युनिकेशन्स के शेयर भी 'Buy' लिस्ट में हैं क्योंकि उसके डिजिटल बिजनेस में सुधार की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने वोडाफोन आइडिया और इंडस टावर्स के शेयरों पर 'Hold' की सलाह दी है।
सिर्फ दो कंपनियों का दबदबा
इस बीच, एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई। दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सिर्फ दो कंपनियों का दबदबा अच्छा नहीं होता, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जरूरी है। उनसे पहले, दूरसंचार नियामक TRAI के पूर्व चेयरमैन आरएस शर्मा ने भी कहा था कि भारत में अभी टेलीकॉम सेक्टर में दो ही सक्रिय सेवा प्रदाता रह गए हैं और लोगों को सस्ती दरों पर ब्रॉडबैंड पहुंचाने के लिए ज्यादा रास्ते खोजने की जरूरत है। यह इशारा भारती एयरटेल और जियो की तरफ था।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)