2 दिन से क्रैश हो रहा यह शेयर; SBI, पीएनबी और एक्सिस बैंक ने भी लगाया है पैसा
शुक्रवार को इस शेयर का मूल्य 1430 रुपये था और आज सुबह यह 981.10 रुपये पर खुला। शेयर से निवेशकों का मोह उस वक्त से भंग हो रहा है, जब उन्हें पता चला कि कंपनी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के PAN 2.0 प्रोजेक्ट के अगले चरण के लिए चयनित नहीं किया गया है।

प्रोटीन ई-गवर्न टेक्नोलॉजीज के शेयर लगातार दूसरे दिन भी क्रैश हो गए। मंगलवार यानी आज इसमें 13 पर्सेंट की गिरावट है। इससे पहले सोमवार को प्रोटीन ई-गवर्न टेक्नोलॉजीज के शेयर की कीमत में 20% की गिरावट दर्ज की गई थी। शुक्रवार को इस शेयर का मूल्य 1430 रुपये था और आज सुबह यह 981.10 रुपये पर खुला। शेयर से निवेशकों का मोह उस वक्त से भंग हो रहा है, जब उन्हें पता चला कि कंपनी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के PAN 2.0 प्रोजेक्ट के अगले चरण के लिए चयनित नहीं किया गया है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने PAN सिस्टम के टेक्नोलॉजी अपग्रेड (PAN 2.0) के लिए मैनेज्ड सर्विस प्रोवाइडर (MSP) चुनने की प्रक्रिया शुरू की थी। प्रोटीन ई-गवर्न ने इस प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाई थी, लेकिन उसे अगले चरण के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया। प्रोटीन ने कहा कि यह प्रोजेक्ट मौजूदा PAN सेवाओं को "सीमित या नगण्य" प्रभावित करेगा, क्योंकि यह एक नए टेक्नोलॉजी अपग्रेड से जुड़ा है। हालांकि, निवेशकों ने इस खबर को नकारात्मक लिया।
PAN 2.0 प्रोजेक्ट क्या है
PAN 2.0 भारत सरकार द्वारा आयकर विभाग के लिए शुरू की गई एक डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य PAN/TAN सेवाओं को आधुनिक, सुरक्षित और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाना है। इस प्रोजेक्ट को 25 नवंबर 2024 को कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स द्वारा मंजूरी दी गई थी। इस पर लगभग 1,435 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
कंपनी के शेयरों में बड़े-बड़े दिग्गज निवेशकों का लगा है पैसा
इस कंपनी के शेयरों में बड़े-बड़े दिग्गज निवेशकों के साथ बैंकों ने भी दांव लगाया है। मशहूर निवेशक रमेश दामानी के पास कंपनी में 1.05% हिस्सेदारी है। अजय अग्रवाल भी 1.12% हिस्सेदारी रखते हैं। संस्थागत निवेशकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी SBI (4.93%), एक्सिस बैंक (3.18%), और पंजाब नेशनल बैंक यानी PNB (2.25%) शामिल हैं।
प्रोटीन ई-गवर्न जैसी कंपनियों के लिए सरकारी ठेके राजस्व का प्रमुख स्रोत होते हैं। PAN 2.0 जैसे प्रोजेक्ट से बाहर होना भविष्य के राजस्व को लेकर चिंता पैदा करता है। निवेशकों का विश्वास: 20% लोअर सर्किट दिखाता है कि निवेशक कंपनी की विकास योजनाओं को लेकर आशंकित हैं। संस्थागत निवेशकों की भूमिका: SBI, PNB जैसे बड़े बैंकों की हिस्सेदारी होने के बावजूद शेयर में गिरावट, बाजार के मनोबल को प्रभावित करती है।
आगे क्या हो सकता है?
कंपनी को अन्य सरकारी/निजी प्रोजेक्ट्स पर फोकस करने की जरूरत होगी ताकि राजस्व में गिरावट न हो। निवेशक PAN 2.0 प्रोजेक्ट से जुड़े और अपडेट्स पर नजर रखेंगे। अगर कंपनी नए ठेके हासिल करती है, तो शेयर में सुधार संभव है। बाजार में अस्थिरता जारी रह सकती है, क्योंकि यह घटना कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता पर सवाल उठाती है।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)