₹52 तक टूट सकता है यह पावर शेयर, तेजी के बाद अब अचानक क्रैश, शेयर बेचने की होड़
बीएसई और एनएसई ने आरपावर की सिक्योरिटीज को अल्पकालिक एएसएम ढांचे के तहत रखा है। शेयर कीमतों में उच्च अस्थिरता के बारे में निवेशकों को सावधान करने के लिए एक्सचेंज शेयरों को अल्पकालिक या दीर्घकालिक एएसएम ढांचे में रखते हैं।

Reliance Power Share: रिलायंस पावर लिमिटेड के शेयरों में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखी गई। कंपनी के शेयर में 5% का लोअर सर्किट लगा और यह 63.50 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गया था। निवेशकों ने हाल ही में आई तेजी के बाद मुनाफावसूली की। पिछले एक महीने में यह करीब 40 प्रतिशत ऊपर बना हुआ है। बता दें कि बीएसई और एनएसई ने आरपावर की सिक्योरिटीज को अल्पकालिक एएसएम (अतिरिक्त निगरानी उपाय) ढांचे के तहत रखा है। शेयर कीमतों में उच्च अस्थिरता के बारे में निवेशकों को सावधान करने के लिए एक्सचेंज शेयरों को अल्पकालिक या दीर्घकालिक एएसएम ढांचे में रखते हैं।
क्या है डिटेल
कंपनी की सहायक कंपनी रिलायंस एनयू एनर्जीज ने हाल ही में स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया कि उसे 350 मेगावाट अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) से जुड़ी सौर ऊर्जा परियोजना और 175 मेगावाट/700 मेगावाट घंटा बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) स्थापित करने के लिए सरकारी कंपनी एसजेवीएन लिमिटेड से लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) मिला है। इससे पहले, कंपनी ने भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना विकसित करने के लिए भूटान की ड्रक होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स (डीएचआई) के साथ 2,000 करोड़ रुपये का संयुक्त उद्यम बनाया था। 500 मेगावाट की यह परियोजना 50:50 बिल्ड-ओन-ऑपरेट (बीओओ) साझेदारी के तहत क्रियान्वित की जाएगी। 7 मई 2025 तक अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली यूनिट में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 24.98 प्रतिशत थी।
एनालिस्ट की राय
कुछ एनालिस्ट का सुझाव है कि रिलायंस पावर को मजबूत रैली के बाद निकट अवधि में कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें 60-63 रुपये के आसपास मुख्य समर्थन देखा जा रहा है। इससे नीचे आने पर यह 52 रुपये के स्तर तक गिर सकता है, जबकि प्रतिरोध 67-69 रुपये की सीमा में है। एंजेल वन ने कहा कि पिछले पांच कारोबारी सप्ताहों से आरपावर में तेजी का दौर जारी है, जो ओवरबॉट क्षेत्र में पहुंच गया है। ब्रोकरेज फर्म ने यह भी कहा, "गति धीमी पड़ने की संभावना है और मुनाफावसूली की संभावना स्पष्ट है। 62 रुपये से नीचे बंद होने पर काउंटर निकट अवधि में 54-52 रुपये के स्तर का परीक्षण कर सकता है।"