168 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील, 6% टूटने के बाद शेयरों का यू-टर्न, फिर आई 15% की तेजी
मोबिक्विक के शेयरों ने गुरुवार को जबरदस्त यू-टर्न लिया। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 6% से अधिक टूटकर 230.65 रुपये पर पहुंच गए। फिर, कंपनी के शेयरों ने शानदार वापसी की और BSE में इंट्राडे के दौरान करीब 15% के उछाल के साथ 282.65 रुपये पर जा पहुंचे।

पेमेंट्स सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली मोबिक्विक (MobiKwik) की पैरेंट कंपनी वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड के शेयरों ने गुरुवार को जबरदस्त यू-टर्न लिया है। मोबिक्विक के शेयर गुरुवार को BSE में शुरुआती कारोबार में 6 पर्सेंट से अधिक की गिरावट के साथ 230.65 रुपये पर पहुंच गए। इस लेवल तक जाने के बाद कंपनी के शेयरों ने शानदार वापसी की और BSE में इंट्राडे के दौरान करीब 15 पर्सेंट के उछाल के साथ 282.65 रुपये पर जा पहुंचे। कारोबार के आखिर में मोबिक्विक के शेयर 6 पर्सेंट से ज्यादा की तेजी के साथ 262.70 रुपये पर बंद हुए। मोबिक्विक में गुरुवार को एक बड़ी ब्लॉक डील हुई है।
168 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील
ब्लूमबर्ग की तरफ से कंप्लाइल किए गए डेटा के मुताबिक, मोबिक्विक के 6.8 मिलियन शेयरों या कंपनी की इक्विटी के 8.8 पर्सेंट की ब्लॉक डील हुई है। ब्लॉक डील में ट्रांजैक्शन की वैल्यू 168 करोड़ रुपये रही है। फिलहाल, इस ट्रांजैक्शन में बायर्स और सेलर का पता नहीं लग सका है। सीएनबीसी-टीवी 18 ने बुधवार को सूत्रों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि दक्षिण अफ्रीका की Net1 UEPS टेक्नोलॉजीज की सहायक कंपनी Net1 अप्लाइड टेक्नोलॉजीज नीदरलैंड BV, वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड में अपनी पूरी 8 पर्सेंट हिस्सेदारी बेच सकती है।
268 करोड़ रुपये का किया था निवेश
Net1 अप्लाइड टेक्नोलॉजीज नीदरलैंड BV ने साल 2016 में एक रणनीतिक साझेदारी के तहत मोबिक्विक में 40 मिलियन डॉलर या 268 करोड़ रुपये का निवेश किया था। मोबिक्विक ने दिसंबर 2024 में शेयर बाजार में शानदार एंट्री की थी। कंपनी के शेयर 279 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 58 पर्सेंट के प्रीमियम के साथ 442.25 रुपये पर बीएसई में लिस्ट हुए थे। वहीं, एनएसई में कंपनी के शेयर 440 रुपये पर लिस्ट हुए।
चौथी तिमाही में 56 करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा
मोबिक्विक को चौथी तिमाही में 56.03 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि में मोबिक्विक को 67 लाख रुपये का घाटा हुआ था। वहीं, पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी को 55.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। पूरे वित्त वर्ष 2025 में कंपनी को 121.5 करोड़ रुपये का लॉस हुआ। कंपनी को वित्त वर्ष 2024 में 14 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1.43 पर्सेंट बढ़कर 267.78 करोड़ रुपये रहा है।