इस महीने के अंत तक बिक जाएगी यह कंपनी, शेयर खरीदने की मची लूट, ₹4 से कम है दाम
कंपनी ने कहा कि उसने अपनी चल रही कॉर्पोरेट दिवाला प्रक्रिया के तहत समाधान योजना प्रस्तुत करने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी है, जिससे तारीख 9 जून से बढ़कर 24 जून, 2025 हो गई है।

JP Associates Share: जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) के शेयर आज सोमवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। कंपनी के शेयर आज 4% से अधिक चढ़कर 3.55 रुपये पर आ गए थे। शेयरों में इस तेजी के पीछे एक अपडेट है। दरअसल, कंपनी ने सोमवार (9 जून) को कहा कि उसने अपनी चल रही कॉर्पोरेट दिवाला प्रक्रिया के तहत समाधान योजना प्रस्तुत करने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी है, जिससे तारीख 9 जून से बढ़कर 24 जून, 2025 हो गई है।
कंपनी ने क्या कहा?
जयप्रकाश एसोसिएट्स ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा, "...समाधान योजनाओं को प्रस्तुत करने के लिए 9 जून 2025 की वर्तमान समय सीमा को बढ़ाने के लिए कई पीआरए से प्राप्त अनुरोधों के परिणामस्वरूप, कॉर्पोरेट देनदार के ऋणदाताओं की समिति के सदस्यों ने अपेक्षित बहुमत के साथ 24 जून, 2025 तक समाधान योजनाओं को प्रस्तुत करने के लिए समय बढ़ाने को मंजूरी दे दी है।" यह कदम कई संभावित समाधान आवेदकों (पीआरए) के अनुरोधों के बाद उठाया गया है, जो अपने प्रस्तावों को अंतिम रूप देने के लिए अधिक समय मांग रहे हैं। ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने आवश्यक बहुमत के साथ विस्तार को मंजूरी दे दी।
कंपनी का कारोबार
सीमेंट, बिजली, होटल, निर्माण और रियल एस्टेट कारोबार में लगी जयप्रकाश एसोसिएट्स को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण, इलाहाबाद पीठ द्वारा 3 जून, 2024 को पारित आदेश के माध्यम से दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 के तहत कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया में भर्ती कराया गया है। बता दें कि 20 फरवरी, 2025 तक बैंकों और वित्तीय संस्थानों से जेएएल का कुल बकाया ऋण 55,493.43 करोड़ रुपये था। कंपनी ने हाल ही में यह भी बताया कि ऋणदाताओं के एक संघ ने अपने बकाया ऋणों को नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एनएआरसीएल) को हस्तांतरित कर दिया है। इस संघ में एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एलआईसी, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आईएफसीआई, पीएनबी, यूको बैंक, साउथ इंडियन बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, सिडबी, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, करूर वैश्य बैंक, एक्जिम बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और एसआरईआई इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड शामिल हैं। एनएआरसीएल को हस्तांतरित ऋण की कुल राशि का खुलासा नहीं किया गया।