तेल, गैस, गोल्ड से लेकर शेयर बाजार तक, ईरान पर अमेरिका के हमले से बढ़ेगी महंगाई? समझें
Israel-Iran war: ईरान और इजरायल के युद्ध में अमेरिका भी कूद गया है। आज सुबह अमेरिका ने ईरान के कई न्यूक्लियर साइट्स पर हमले किए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के बाद ईरान को खुली चेतावनी दी है।

Israel-Iran war: ईरान और इजरायल के युद्ध में अमेरिका भी कूद गया है। आज सुबह अमेरिका ने ईरान के कई न्यूक्लियर साइट्स पर हमले किए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के बाद ईरान को खुली चेतावनी दी है। वहीं, ईरान ने इजरायल पर बड़ा हमला किया है। ईरान और इजरायल के बीच बढ़े तनाव का क्या असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा आइए समझते हैं?
1- कच्चे तेल की कीमतों में पर पड़ेगा असर
ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स की कीमतों में एक हफ्ते में 11 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। ब्रेंट क्रूड का भाव 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। ईरान और इजरायल के युध्द के बीच बढ़े तनाव का असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ेगा। ईरान दुनिया का एक बड़ा नेचुरल गैस और ऑयल रिजर्व वाला देश है। चीन, ईरान से तेल खरीदने वाला सबसे बड़ा खरीदार है। इंडिया, जापान, इटली और ग्रीस भी इस देश से कच्चा तेल खरीदते हैं।
बीते दिनों इजरायल ने ईरान के गैस और ऑयल फील्ड को भी निशाना बनाया था। हाइफा ने अपनी पूरी रिफाइनरी बंद कर दी है। इससे तेल के उत्पादन पर असर पड़ेगा। बता दें, ब्रोकरेज हाउस Goldman Sachs की रिपोर्ट के अनुसार तेल का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है। अगर ऐसा हुआ तो भारत सहित दुनिया भर में महंगाई बढ़ जाएगी। वहीं, भारत में एचपीसीएल, बीपीसीएल और इंडियन ऑयल जैसी भारतीय कंपनियों के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी।
अब सबकी निगाह ओपेक+ की 4 जुलाई को होने जा रही मीटिंग पर है। बता दें, ईरान प्रति दिन 21 मिलियन बैरल का प्रोडक्शन करता है। ऐसे में ईरान में अस्थिरता की स्थिति दुनिया के कई देशों के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा।
2- सप्लाई चेन हो सकती है प्रभावित
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युध्द की वजह से एक बड़ा सवाल गहरा गया है कि क्या सप्लाई चेन प्रभावित होगा? ईरान समुद्री रास्ते को बंद कर सकता है। हालांकि, यह आसान फैसला नहीं है। क्योंकि 1980 से 1988 के बीच ईराक और ईरान के बीच हुए युद्ध के दौरान भी यह रास्ता पूरी तरह से बंद नहीं था। साथ ही इस रास्ते के बंद होने से ईरान की आर्थिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ेगा।
दुनिया भर के देशों के लिए चिंता की बात यह है कि हूती विद्रोहियों सहित कई आतंकी संगठन ईरान के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने सप्लाई चेन को प्रभावित करने की धमकी दी है।
3- बढ़ सकती है महंगाई
बीते कुछ महीने से भारत में महंगाई नियंत्रण में है। जिसकी वजह से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कटौती की थी। लेकिन अब अगर कच्चे तेल का भाव बढ़ता है तो भोजन, कपड़ा और केमिकल की कीमतों इजाफा हो वैश्विक स्तर पर हो सकता है। इसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। वहीं, दुनियाभर के सेंट्रल बैंक अब बदली परिस्थिति में ब्याज दरों में कटौती के फैसले पर पुनर्विचार करते हुए नजर आएंगे।
4- शेयर बाजार पर भी रहेगी सबकी नजर
शुक्रवार को सेंसेक्स 1046.30 की तेजी के साथ 82,408.17 अंक पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 1.29 प्रतिशत या फिर 319.15 अंक की तेजी के साथ 25,122.40 अंक पर बंद हुआ था। ईरान और इजरायल के बीच बढ़े तनाव की वजह सेंसेक्स और निफ्टी में नरमी देखने को मिल सकती है। कल सोमवार को शेयर बाजार पर सबकी निगाह रहेगी।
5- गोल्ड की कीमतों में दिख सकता है इजाफा
बदलते वैश्विक स्थितियों में गोल्ड की कीमतों में आने वाले समय में इजाफा हो सकता है। बीते दिनों सोने का भाव एक लाख रुपये के पार चला गया था। अब एक बार फिर से गोल्ड की कीमतों में इजाफा देखने को मिल सकता है।