इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की सुस्त रफ्तार, 9 महीने में सबसे कम, इस सेक्टर ने दिया झटका
देश के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में वृद्धि मई में नौ महीने के निचले स्तर 1.2 प्रतिशत पर रही है। मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और पावर सेक्टर्स के कमजोर प्रदर्शन से इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है।

देश के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में वृद्धि मई में नौ महीने के निचले स्तर 1.2 प्रतिशत पर रही है। मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और पावर सेक्टर्स के कमजोर प्रदर्शन से इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के जरिये मापे जाने वाले औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर बीते वर्ष के मई माह में 6.3 प्रतिशत रही थी।
क्या है डिटेल
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल के लिए औद्योगिक उत्पादन वृद्धि को भी संशोधित कर 2.6 प्रतिशत कर दिया, जबकि पिछले महीने इसके 2.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था। एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन वृद्धि इस साल मई में घटकर 2.6 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.1 प्रतिशत थी।
वहीं खनन उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि एक साल पहले इसमें 6.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। बिजली उत्पादन में 5.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में इसमें 13.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-मई अवधि के दौरान औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 1.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।