प्राइवेटाइजेशन के फाइनल स्टेज में पहुंचा यह सरकारी बैंक, शेयर खरीद डील को मंजूरी!
वर्तमान में, केंद्र सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पास बैंक का 95% हिस्सा है। इसमें से चल रही विनिवेश प्रक्रिया के जरिए से 60.72% हिस्सेदारी बिक्री के लिए है।

IDBI Bank disinvestment: आईडीबीआई बैंक का स्ट्रैटेजिक विनिवेश अपने फाइनल अप्रूवल फेज में पहुंच गया है। यानी बहुत जल्द बैंक का प्राइवेटाइजेशन कर दिया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आईडीबीआई बैंक का विनिवेश प्रोसेस फाइनल स्टेज पर है। क्योंकि शेयर परचेज डील (एसपीए) को इंटर मिनिस्ट्रियल ग्रुप (आईएमजी) से मंजूरी मिल गई है। बता दें कि कंपनी के शेयर में आज मामूली तेजी थी और यह 95.44 रुपये पर बंद हुआ।
क्या है डिटेल
बिजनेस टुडे टीवी ने एक वरिष्ठ सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि आईडीबीआई बैंक का रणनीतिक विनिवेश अपने अंतिम अप्रूवल चरण में पहुंच गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की, "आईएमजी ने दो बैठकें कीं और हाल ही में शेयर खरीद समझौते को मंजूरी दी है। अब इसे विनिवेश पर सचिवों के कोर ग्रुप द्वारा लिया जाएगा। इसके बाद, वित्तीय बोलियां आमंत्रित किए जाने की उम्मीद है, संभवतः सितंबर के पहले सप्ताह में।"
सरकार की है बड़ी हिस्सेदारी
बाजार में जारी अस्थिरता के बावजूद अधिकारियों को भरोसा है कि इस तरह के "चक्रीय मुद्दे" विनिवेश की समयसीमा में बाधा नहीं बनेंगे। सरकार चालू वित्त वर्ष के भीतर हिस्सेदारी बिक्री को पूरा करने का लक्ष्य बना रही है और इस लेनदेन के माध्यम से 40,000 करोड़ रुपये से 50,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद कर रही है। पिछले तीन वर्षों में बार-बार देरी का सामना करने वाली हिस्सेदारी बिक्री को केंद्र की व्यापक विनिवेश रणनीति का एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट माना जा रहा है। जबकि पिछले वर्षों में निश्चित विनिवेश लक्ष्य शामिल थे, सरकार अब कठोर लक्ष्यों से दूर हो गई है। वर्तमान में, केंद्र सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पास IDBI बैंक का 95% हिस्सा है। इसमें से, चल रही विनिवेश प्रक्रिया के जरिए से 60.72% हिस्सेदारी बिक्री के लिए है।