महारत्न कंपनी बनाएगी SSLV, इसरो से मिली टेक्नोलॉजी, शेयरों में उछाल
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) बनाने की 511 करोड़ रुपये की बोली जीत ली है। यह स्पेस रेगुलेटर द्वारा घोषणा की गई। HAL ने अडानी ग्रुप और भारत डायनेमिक्स को पछाड़कर यह सफलता हासिल की।

Hindustan Aeronautics Ltd: महारत्न कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स ने स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) बनाने की बोली जीत ली है। स्पेस रेगुलेटर ने यह बात शुक्रवार को बताई है। हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स के शेयर शुक्रवार को BSE में बाजार के बंद होने के समय पर 1.16 प्रतिशत तेजी के साथ 4957 रुपये थे यह अनाउंसमेंट इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथरजैशनन सेंटर (In-SPACe) ने किया है। हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स ने 511 करोड़ रुपये की बोली जीतने के साथ ही SSLV टेक्नोलॉजी ट्रांसफर हासिल कर लिया है।
अडानी ग्रुप की कंपनी भी थी रेस में
हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के अलावा 2 अन्य कंसोर्शियम भी इसरो से टेक्नोलॉजी हासिल करने की रेस में थे। लेकिन एचएएल ने अडानी ग्रुप के अल्फा डिजाइन और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के कंसोर्शियम को पछाड़ते हुए यह बोली जीत ली है। बता दें, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इस बोली में अकेले ही हिस्सा था। कंपनी किसी भी कंसोर्शियम का हिस्सा नहीं थी। शुरुआती चरण में 20 कंपनियों ने इस बोली की प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखाई थी।
मोदी सरकार का बड़ा फैसला
सरकार के मोर्चे पर अगर देखें तो यह एक बड़ा फैसला है। स्पेस सेक्टर को प्राइवेट कंपनियों के लिए खोलना एक बड़ी पहल के तौर पर देखा जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पहली बार रॉकेट टेक्नोलॉजी को ट्रांसफर किया जा रहा है। बता दें, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स अब ना सिर्फ स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल बना सकता है। बल्कि SSLV लॉन्च को कॉमर्शियलाइज भी कर सकता है।
बहुत बड़ा है मार्केट
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार SSLV 500 किलोग्राम तक के पेलोड को धरती के निचली में ले जा सकता है। 2023 में वैश्विक स्तर पर लो अर्थ ऑर्बिट लॉन्च का मार्केट 13.9 अरब डॉलर के करीब था। 2032 तक अनुमान है कि यह 44 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। मौजूदा समय में भारत के पास ग्लोबल स्पेस इकनॉमी का 2 प्रतिशत हिस्सा ही है।
27 जून को कंपनी की बोर्ड मीटिंग
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की बोर्ड मीटिंग 27 जून को है। इसी दिन बोर्ड वित्त वर्ष 2024-25 के फाइनल डिविडेंड देने पर फैसला करेगा। वित्त वर्ष 2025 में इस सरकारी कंपनी ने 38 रुपये का डिविडेंड दे दिया है। बता दें, 2023 में इस कंपनी के शेयरों का बंटवारा हुआ था। तब कंपनी के शेयरों को 2 हिस्सों में बांटा गया था। बता दें, बीते 3 महीने के दौरान कंपनी के शेयरों की कीमतों में 29 प्रतिशत की तेजी आई है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)