₹53 वाले सरकारी बैंक के शेयर पर फिदा निवेशक, ₹70 तक जा सकता है भाव
पब्लिक सेक्टर के बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयर में मंगलवार को तूफानी तेजी देखी गई। इस बीच, एचडीएफसी इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के लिए टारगेट प्राइस तय किया है। आइए शेयर का नया टारगेट प्राइस जान लेते हैं।

Bank of Maharashtra share price: शेयर बाजार में लिस्टेड पब्लिक सेक्टर के बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयर में मंगलवार को तूफानी तेजी देखी गई। ट्रेडिंग के दौरान शेयर 53.42 रुपये की पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 3% बढ़कर 55.19 रुपये तक पहुंच गया। अप्रैल 2025 में शेयर 38.11 रुपये के स्तर पर आ गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है। जुलाई 2024 में शेयर 70.75 रुपये तक गया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।
शेयर के लिए टारगेट प्राइस
एचडीएफसी इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। एक समय संरचनात्मक रूप से टूटा हुआ माना जाने वाला यह क्षेत्र अब सुधार के शुरुआती संकेत दिखा रहा है। यह शासन सुधारों, डिजिटल आधुनिकीकरण और बेहतर आय गुणवत्ता के कारण संभव हो पाया है। यह बदलाव पब्लिक सेक्टर के बैंकों द्वारा अपने ऋण बाजार हिस्सेदारी को स्थिर करने और ग्राहक सेवा मानकों को बढ़ाने में मददगार है।
एचडीएफसी इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के लिए टारगेट प्राइस 70 रुपये तय किया है। इसके अलावा अन्य बैंकों के लिए भी ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज की सिफारिशों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआईएन) को 1,035 रुपये के टारगेट पर, बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) को 290 रुपये, इंडियन बैंक (आईएनबीके) को 735 रुपये शामिल हैं। इसके अलावा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूएनबीके) और केनरा बैंक (सीबीके) को क्रमशः 160 रुपये और 110 रुपये के टारगेट प्राइस पर जोड़ने का सुझाव दिया गया है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का जनवरी-मार्च तिमाही में ऋण 17.84 प्रतिशत बढ़कर 2.40 लाख करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने कहा कि 31 मार्च, 2024 के अंत तक उसका बकाया ऋण 2.03 लाख करोड़ रुपये था। पुणे मुख्यालय वाला इस बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल जमा राशि 13.45 प्रतिशत बढ़कर 3.07 लाख करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही के अंत तक यह 2.70 लाख करोड़ रुपये थी।