मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ने मिलाए हाथ, पेट्रोल-डीजल से CNG तक बेचने के लिए डील
गौतम अडानी की दिग्गज कंपनी- अडानी टोटल गैस और मुकेश अंबानी के ज्वाइंट वेंचर रिलायंस बीपी मोबिलिटी के बीच बड़ी डील हुई है। हाल के कुछ महीनों में यह दूसरी बार है जब दोनों कारोबारियों की कंपनियों ने डील की है।
Gautam adani and Mukesh ambani deal: गौतम अडानी की कंपनी अडानी टोटल गैस और मुकेश अंबानी के ज्वाइंट वेंचर रिलायंस बीपी मोबिलिटी के बीच बड़ी डील हुई है। इन दोनों कारोबारियों के फर्म ने एक-दूसरे के फ्यूल रिटेल नेटवर्क का लाभ उठाकर वाहन ईंधन बेचने के लिए साझेदारी की है। बता दें कि ब्रिटेन की बीपी के साथ अंबानी के जियो का ज्वाइंट वेंचर जियो-बीपी है।
क्या कहा गया बयान में
एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में बताया गया है कि जियो-बीपी, अडानी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) की सीएनजी खुदरा दुकानों पर पेट्रोल और डीजल डिस्पेंसर लगाएगा। इसके साथ ही, अडानी समूह और फ्रांस की टोटल एनर्जीज का शहरी गैस वितरण संयुक्त उद्यम - एटीजीएल, जियो बीपी के ईंधन स्टेशनों पर सीएनजी डिस्पेंसर लगाएगा। इस साझेदारी के तहत समूह की मौजूदा और भविष्य की, दोनों इकाइयां आएंगी।
बयान के मुताबिक इस डील के तहत चुनिंदा एटीजीएल फ्यूल आउटलेट जियो-बीपी के पेट्रोल और डीजल की पेशकश करेंगे, जबकि चुनिंदा जियो-बीपी ईंधन आउटलेट एटीजीएल के अधिकृत भौगोलिक क्षेत्रों (जीए) के भीतर एटीजीएल के सीएनजी डिस्पेंसर को एकीकृत करेंगे। इस प्रकार परिवहन उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले ईंधन की आपूर्ति बढ़ाई जाएगी। बता दें कि जियो-बीपी के पास देशभर में 1,972 पेट्रोल पंप हैं, जबकि एटीजीएल 34 भौगोलिक क्षेत्रों में 650 सीएनजी स्टेशनों का नेटवर्क संचालित करती है।
दूसरी बार एक साथ अंबानी और अडानी
हाल के महीनों में यह दूसरी बार है जब देश के दो प्रमुख अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी एक साथ आए हैं। पिछले साल मार्च में, दोनों ने मध्यप्रदेश में बिजली परियोजना के लिए अपने पहले सहयोग के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। बता दें कि अंबानी की कंपनी रिलायंस ने मध्यप्रदेश में अडानी पावर की परियोजना में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी और संयंत्र की 500 मेगावाट बिजली का खुद इस्तेमाल करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।