₹75 के नीचे आ गया अडानी का यह शेयर, बेचने की लगी होड़, निवेशकों में अफरा-तफरी
- Sanghi Industries Ltd Share: उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिकी अभियोजकों ने भारत में सोलर पावर कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

Sanghi Industries Ltd Share: उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिकी अभियोजकों ने भारत में सोलर पावर कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। हालांकि, अडानी ग्रुप ने इन आरोपों से सिरे से खारिज कर दिया और इसे निराधार बताया। इस बीच, शेयर बाजार में आज अडानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त अफरा-तफरी देखी गई। अडानी समूह की कंपनी के शेयरों में आज 23% तक की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतर शेयर लोअर सर्किट में थे। इस बीच, अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनी- सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर भी कारोबार के दौरान 10% तक टूट गए और 73 रुपये के भाव पर आ गए थे।
कंपनी के शेयरों के हाल
सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर आज कारोबार के दौरान 105 तक टूटकर 73.50 के इंट्रा डे लो पर आ गए थे। इससे पहले बीते मंगलवार को इसका बंद भाव 81.53 रुपये था। कंपनी के शेयरों का 52 वीक हाई प्राइस 156.20 रुपये और 52 वीक का लो प्राइस 71.66 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 1,974.39 करोड़ रुपये है। लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, इसके 75 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर के पास है। पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 25 फीसदी की हिस्सेदारी है। प्रमोटर्स में अंबुजा सीमेंट के पास कंपनी के 58.08% स्टेक है। यह 15,00, 45,102 शेयर के बराबर है। बता दें कि अंबुजा सीमेंट का मालिकाना हक अडानी समूह के पास है। सितंबर तिमाही के दौरान सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 24.5% थी। जून तिमाही के मुकाबले सितंबर तिमाही में हिस्सेदारी नहीं बदला है।
क्या है मामला
भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स अडानी पर अमेरिकी अधिकारियों ने दो अलग-अलग मामलों में रिश्वतखोरी और प्रतिभूति धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। न्यूयॉर्क की एक अदालत में अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा आपराधिक अभियोग दायर किया गया है, जिसमें उन पर तथा उनके भतीजे सागर सहित सात अन्य पर महंगी सौर ऊर्जा खरीदने के लिए आंध्र प्रदेश जैसे राज्य सरकारों के अज्ञात अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है, ताकि 20 वर्षों में दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का लाभ कमाया जा सके। मुकदमे के अनुसार, नई दिल्ली स्थित एज्यूर पावर भी कथित रिश्वतखोरी साजिश का हिस्सा थी। इसके अलावा, अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने भी गौतम और सागर अदाणी तथा एज्यूर पावर के एक अधिकारी पर ‘‘संघीय प्रतिभूति कानूनों के धोखाधड़ी-रोधी प्रावधानों का उल्लंघन करने’’ का आरोप लगाया है।