तेजस्वी के विधायक रीतलाल पर शिकंजा टाइट, करीबियों के ठिकानों पर रेड; कुर्की की तैयारी में पटना पुलिस
सिटी एसपी भानू प्रताप सिंह ने कहा कि विधायक और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अभियुक्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

राजद के विधायक रीतलाल यादव जेल में बंद हैं लेकिन, उनकी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। विधायक समेत उनके सहयोगियों पर एक नया केस दर्ज कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने रीतलाल के गांव में करीबियों के ठिकानों पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। गिरफ्तारी तो नहीं हुई लेकिन, पुलिस अब उनकी कुर्की जब्ती की तैयारी में जुट गई है। एक ठेकेदार के साथ मारपी और तोड़ फोड़ का मामला है।
पटना के सिटी एसपी भानू प्रताप सिंह ने कहा कि विधायक और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। ये लोग भागे फिर रहे हैं। दानापुर अनुमंडल अंतर्गत कोथवां गांव रात में गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई। अगर गिरफ्तारी या सरेंडर नहीं हुआ तो न्यायालय से आदेश लेकर कुर्की जब्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि उनके एक प्लॉट पर आवासीय भवन का निर्माण कराया जा रहा था। उनके पास वैलिड एग्रीमेंट भी है। विधायक के कहने पर उनके लोगों ने निर्माणाधीन भवन में तोड़ फोड़ की।
बताया जा रहा है कि सिटी एसपी भानू प्रताप सिंह के नेतृत्व में 12 थानों की पुलिस गांव पहुंची। फुलवारीशरीफ और दानापुर के डीएसपी भी रेड में शामिल थे। इस दौरान गांव में पुलिस छावनी जैसा नजारा बन गया। छापेमारी के दौरान कोथवां गांव में सैकड़ों पुलिसकर्मियों की मौजूदगी से दहशत और तनाव का माहौल बना रहा। ग्रामीणों ने देर रात तक पुलिस की गतिविधियों को देखा लेकिन किसी तरह की हिंसा या टकराव की सूचना नहीं है। नामदज आरोपियों के सभी संभावित ठिकानों को खंगला जा रहा है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
सिटी एसपी ने कहा कि पुलिस हर हाल में कार्रवाई पूरी करेगी। अगर आरोपी पकड़ में नहीं आते हैं तो अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी। उनके खिलाफ वारंट और कुर्की जब्ती का आदेश लेकर पुलिस उचित ऐक्शन लेगी। इससे पहले सिटी एसपी ने बताया था कि पटना पुलिस अपराधियों की संपत्ति जब्ती की कार्रवाई में लगातार काम कर रही है। सबों का लिस्ट तैयार कर ली गई है। बताया जा रहा है कि इस लिस्ट में रीतलाल यादव और उनके साले चिक्कू उर्फ शैलेंद्र यादव का भी नाम शामिल है।
बताते चलें कि बिल्डर से 50 लाख रंगादारी मांगने के मामले में रीतलाल यादव, भाई पिंकू यादव और साला चिक्कू सभी जेल में हैं। 14 अप्रैल को रीतलाल ने कोर्ट में सरेंडर किया था। अभी तक बेल नहीं मिला है।