…एजाज खान नाम रख लेते; तेजस्वी यादव ने ट्रोल्स के सनातन ज्ञान पर सवाल उठाया
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने बेटे का नाम इराज लालू यादव रखने के बाद हुई ट्रोलिंग का जवाब दिया है और कहा कि ‘भक्तों’ को सनानत धर्म का कोई ज्ञान नहीं है।

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने बेटे का नाम इराज लालू यादव रखने पर हुई ट्रोलिंग का जवाब दिया है। तेजस्वी ने कहा कि इराज नाम पर सवाल उठाने वालों को सनातन धर्म का कोई ज्ञान नहीं है। उन्होंने नामकरण को लेकर ट्रॉलिंग पर कहा- “कहा इराज क्यों नाम रख रहे हो, एजाज खान नाम रख लेते। उन भक्तों को ये नहीं पता है कि इराज जो है, संस्कृत शब्द है। उन लोगों को कोई ज्ञान नहीं है सनातन का।” लालू यादव और राबड़ी देवी ने तेजस्वी के दूसरे बच्चे और अपने पहले पोते का नाम इराज लालू यादव रखा है।
एएनआई को दिए इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने कहा कि इराज का मतलब पवनपुत्र होता है, जो कि हनुमानजी का नाम है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि भाजपा वालों को कोई ज्ञान नहीं है। उन्हें न तो संविधान के बारे में पता है और न ही किसी और का।
बता दें कि लालू यादव ने सोशल मीडिया पर नामकरण का ऐलान करते हुए बताया था कि जैसे उन्होंने नवरात्र के छठे दिन पैदा हुई तेजस्वी की बेटी और अपनी पोती का नाम कात्यायनी रखा था, वैसे ही उन्होंने भगवान हनुमान के दिन मंगलवार को पैदा हुए पोते का नाम इराज रखा है। इसके बाद लोग इराज नाम की उत्पत्ति खोजने लगे। इराज एक संस्कृत शब्द है और इसके कई मतलबों में एक मतलब भगवान हनुमान भी हैं। दूसरे मतलब भगवान कामदेव भी हैं। फूल, खुशी और आदि जल से पैदा व्यक्ति भी इसके अर्थ में शामिल हैं। कुछ लोगों ने इराज नाम की इस व्याख्या को गलत बताया था।
लालू-राबड़ी ने तेजस्वी-राजश्री के बेटे का नाम Iraj Lalu Yadav रखा, क्या है इराज का मतलब?
तेजस्वी यादव और राजश्री यादव को 27 मई को कोलकाता के एक अस्पताल में इराज लालू यादव के तौर पर पुत्र की प्राप्ति हुई थी। इससे पहले 27 मार्च 2023 को कात्यायनी पैदा हुई थी। संयोग से तेजस्वी यादव के दोनों बच्चों के जन्म भले दो अलग-अलग महीनों में हुए लेकिन तारीख एक ही है। तेजस्वी ने अपने बचपन की मित्र राजश्री से 9 दिसंबर 2021 को दिल्ली में शादी की थी।