सत्य के मार्ग पर ही विजय... तेज प्रताप यादव ने समर्थकों के साथ डाला पोस्ट, दिखाए तेवर
आरजेडी से निष्कासित तेज प्रताप यादव ने हालिया सोशल मीडिया पोस्ट में अपने समर्थकों के साथ चर्चा करते हुए तस्वीर साझा की है। उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि सत्य के मार्ग पर ही विजय होगी।

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे एवं बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव इन दिनों चर्चा में हैं। अनुष्का यादव के साथ फोटो सामने आने के बाद पार्टी और परिवार से अलग किए गए तेज प्रताप ने शनिवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट डालकर तेवर दिखाए हैं। इसमें उन्होंने राजा हरिशचंद्र और पांडवों का जिक्र करते हुए सत्य के मार्ग पर विजय मिलने की बात कही है। उन्होंने एक फोटो भी शेयर किया है, जिसमें वे अपने समर्थकों के साथ चर्चा करते हुए नजर आ रहे हैं। यह पोस्ट सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
तेज प्रताप यादव ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर लिखा, “हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। सत्य का मार्ग कठिन अवश्य है पर विजय सदा सत्य के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति की होती है। राजा हरीश चंद्र ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा प्राप्त किया। पाडवों ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए कौरवों को युद्ध में हराया था।”
तेज प्रताप की इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने एक पोस्ट में अपने भाई तेजस्वी यादव से अलग करने की साजिश रचने वालों को चेतावनी दी थी। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कुछ 'जयचंद' का जिक्र करते हुए उन्हें अपने मां-पिता (लालू एवं राबड़ी) से अलग करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
बता दें कि पिछले महीने तेज प्रताप यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर अनुष्का यादव नाम की लड़की के साथ फोटो पोस्ट किया। इसमें 12 साल से रिलेशनशिप में होने का दावा भी किया। हालांकि, कुछ देर बाद वह पोस्ट डिलीट कर दिया गया। इसके बाद तेज प्रताप ने लिखा कि उनका अकाउंट हैक हो गया था। इसके कुछ ही घंटों के भीतर तेज प्रताप और अनुष्का के कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने लग गए।
अगले दिन लालू यादव ने तेज प्रताप को आरजेडी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। साथ ही बेटे को परिवार से भी अलग करने की घोषणा की। सोशल मीडिया पोस्ट में लालू ने तेज प्रताप के करीबियों एवं समर्थकों को भी चेतावनी दी कि उनका साथ देने वालों को अपने विवेक पर फैसला लेने की नसीहत दी थी।