निर्मली प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ पूर्व तैयारी पूर्ण,तीन पंचायत संवेदनशील घोषित
सुपौल के नर्मिली में बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। प्रशासन ने तीन पंचायतों को संवेदनशील घोषित किया है और 16 विद्यालयों को राहत केंद्र के रूप में चिह्नित किया है। बाढ़ आश्रय स्थलों...

सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता नर्मिली में बाढ़ संभावित क्षेत्रों को लेकर इस बार प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।नर्मिली प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लगभग पूर्ण कर लिया गया है। स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन टीम लगातार निरीक्षण और व्यवस्था को लेकर क्षेत्र में सक्रिय है। प्रखंड क्षेत्र के तीन पंचायत कमलपुर, डगमारा और दिघिया को संवेदनशील घोषित किया गया है, जबकि मझारी पंचायत को आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित माना गया है।इन पंचायतों में बाढ़ के समय लोगों को सुरक्षित स्थान पर शफ्टि करने के लिए कई आश्रय स्थल तैयार किए गए हैं। प्रशासन द्वारा 16 वद्यिालयों को भी चह्निति किया गया है, जन्हिें आपातकाल में राहत केंद्र के रूप में उपयोग में लाया जाएगा।प्रत्येक
बाढ़ आश्रय स्थल में 300 से 400 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। वहां शुद्ध पेयजल, शौचालय, प्राथमिक उपचार, बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष सुविधा और मेडिकल कैंप की व्यवस्था रहेगी। प्रशासन ने यह भी सुनश्चिति किया है कि इन स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में भोजन, दवा और साफ-सफाई का इंतजाम समय से कर दिया जाएगा।पशुधन की सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन सजग है। तीन अलग-अलग स्थानों पर डेज प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां मवेशियों को रखा जाएगा। उनके लिए चारे और पानी की समुचित व्यवस्था भी की जाएगी। आपदा की स्थिति में त्वरित सूचना और समन्वय के लिए एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा। कंट्रोल रूम के माध्यम से किसी भी आपात स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य को तेजी से अंजाम दिया जाएगा। वहीं तटबंधों की सुरक्षा को लेकर जल संसाधन विभाग द्वारा युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। कुल 25 संवेदनशील स्थानों पर 29 हजार से अधिक बोरियों से बांध की मजबूती की जा रही है। इन स्थलों का नियमित निरीक्षण भी किया जा रहा है ताकि किसी भी संभावित खतरे से पहले ही निपटा जा सके। इधर, नर्मिली अंचलाधिकारी विजय प्रताप, राजस्व अधिकारी शाहिना बेगम, तथा जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता नीरज कुमार सहित अन्य अधिकारी लगातार विभन्नि स्थानों का दौरा कर कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। वहीं प्रखंड क्षेत्र में कुल 24 नावों को भी तैनात किया गया है। इन सभी नावों की जांच मोटरयान निरीक्षक द्वारा की जा चुकी है, ताकि आपात स्थिति में इनका बेहतर तरीके से उपयोग किया जा सके। इस बाबत अंचलाधिकारी विजय प्रताप ने बताया कि जीआर सूची का सत्यापन भी पूर्ण कर लिया गया है। किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे, इसके लिए संबंधित कर्मियों को नर्दिेशित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी परस्थितिि में लोगों को सहायता पहुंचाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
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