अनुमंडलीय अस्पताल में नहीं बनी रोगी कल्याण समिति, व्यवस्था प्रभावित
सुपौल के नर्मिली अनुमंडलीय अस्पताल में रोगी कल्याण समिति का गठन लंबे समय से नहीं हो सका है। इसके कारण अस्पताल की कार्यप्रणाली प्रभावित हो रही है और मरीजों को आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। स्थानीय...

सुपौल, हन्दिुस्तान संवाददाता नर्मिली अनुमंडलीय अस्पताल नर्मिली में लंबे समय से रोगी कल्याण समिति का गठन नहीं हो सका है। इसका असर अस्पताल की कार्यप्रणाली और कई योजनाओं के क्रियान्वयन पर साफ देखा जा सकता है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य सेवा की निगरानी और आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति जैसे कार्यों के लिए रोगी कल्याण समिति की अहम भूमिका होती है।सूत्रों की मानें तो समिति के अभाव में अस्पताल में कई छोटे-बड़े कामों में अनावश्यक देरी हो रही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई जवाबदेही नहीं दिखती।
रोगी कल्याण समिति के नहीं रहने से एक तरह से अस्पताल बिना किसी निगरानी तंत्र के ही चल रहा है।गौरतलब है कि रोगी कल्याण समिति का गठन अनुमंडल स्तर पर एसडीओ की अध्यक्षता में किया जाता है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और चिकत्सिकों को शामिल किया जाता है ताकि अस्पताल संचालन में पारदर्शिता और गति लाई जा सके।इस संबंध में जब अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर शैलेंद्र कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि समिति के गठन को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अब तक उच्च स्तर से स्वीकृति नहीं मिली है। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप कर शीघ्र रोगी कल्याण समिति के गठन की मांग की है, ताकि अस्पताल की व्यवस्थाएं बेहतर हो सकें।
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