बिहार में पुजारी की हत्या, मंदिर से घंटा चोरी करने से रोकने पर पीट-पीटकर मार डाला
बिहार के बेतिया में मंदिर से घंटा चोरी करने आए चोरों को रोकने पर पुजारी की पीट-पीटकर बुरी तरह से जख्मी कर दिया। पुजारी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में एक पुजारीा की निर्मम हत्या कर दी गई। नवलपुर देवी माई मंदिर में शनिवार देर रात पीतल का घंटा चोरी का विरोध करने पर चोरों ने पुजारी माथुर यादव के पुत्र जवाहिर यादव उर्फ गीधर यादव (62) लाठी-डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इससे वे बुरी तरह घायल हो गए। उनके चीखने-चिल्लाने की आवाज पर मुख्य पुजारी समेत अन्य लोग दौड़े तो चोर उन्हें छोड़कर फरार हो गए। आननफानन में पुजारी को योगापट्टी पीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखकर जीएमसीएच रेफर कर दिया। रविवार को इलाज के दौरान जीएमसीएच में पुजारी की मौत हो गई।
इसके बाद परिजन शव लेकर गांव चले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच भेजा। थानाध्यक्ष अनुपम कुमार राय ने बताया कि घायल पुजारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे। जानकारी के अनुसार जवाहिर यादव के बाल-बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत बहुत पहले हो चुकी है। वह नवलपुर माई मंदिर में बीते 9 साल से रहकर पुजारी का काम करते थे।
शनिवार रात एक बजे घंटा बजने की आवाज पर उनकी नींद खुली। वे उठकर देखने गए तो कई चोर मिलकर मंदिर में लगे पीतल के घंटे को काट रहे थे। इस पर उन्होंने चोर-चोर कहकर शोर मचाना शुरू किया। खतरे को भांपकर चोरों ने लाठी-डंडे से उनकी जमकर पिटाई करनी शुरू कर दी। उनके चीखने-चिल्लाने पर मंदिर के मुख्य पुजारी समेत अन्य लोग दौड़े, उन्हें देखकर चोर वहां से भाग निकले।
इधर, पुजारी लहूलुहान होकर फर्श पर गिरे थे। उन्हें उठाकर योगापट्टी पीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। हालत नाजुक देखकर जीएमसीएच रेफर कर दिया। जीएमसीएच में रविवार को इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। अस्पताल में पोस्टमार्टम शव का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे भतीजे प्रदीप कुमार ने बताया कि मौत होने पर हमलोग उन्हें घर ले गए। बाद में पुलिस दरवाजे पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई। जीएमसीएची चौकी प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि परिजनों का बयान दर्ज किया गया है। एफआईआर के लिए उसे नवलपुर थाने को भेजा जाएगा।
पूजा-पाठ और दही बेच काट रहे थे जीवन
भतीजे प्रदीप कुमार ने बताया कि चाचा जवाहिर को कोई बच्चा नहीं है। पट्टीदारों से उनके संबंध अच्छे नहीं थे। पत्नी की भी मौत पूर्व में हो चुकी है। बीते 9 सालों से वे नवलपुर माई मंदिर में रहते थे। वहीं पर रहकर पूजा-पाठ कर जीवन-यापन करते थे। वहीं पर दूध से दही जमाकर बेचने का भी काम पूजा-पाठ के बाद करते थे।