प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को भी मिले स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ
इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों को आर्थिक सहायता की आवश्यकता है। वे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन की मांग कर रहे हैं ताकि ऑनलाइन कक्षाओं की फीस भर सकें। छात्रों का...
इंजीनियरिंग, मेडिकल और सामान्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले हजारों छात्र-छात्राओं को आर्थिक मदद की दरकार है। पढ़ाई में हो रहे खर्च के लिए ये वजीफा की मदद चाहते हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं की मांग है कि उन्हें भी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजना का लाभ मिले। ये छात्र सरकार के द्वारा दी जाने वाली स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की नियमावली की पात्रता और उम्र सीमा में छूट चाहते हैं। स्थानीय छात्र-छात्राओं ने बोले हिन्दुस्तान के तहत अपनी समस्याएं रखीं। छात्रा जयश्री बताती हैं कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का दायरा बढ़े और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को भी इसका लाभ मिले।
नियमावली के कारण हजारों छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से वंचित हो जा रहे हैं। हमें मोटी फीस भरकर ऑनलाइन कक्षा कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इस कारण वे बड़े शहरों में जाकर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। ऑनलाइन पढ़ाई ही उनके लिए एकमात्र सहारा है। जिले के अलग-अलग पुस्तकालयों और कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने कहा कि ग्रेड-1 शिक्षण संस्थानों और सरकार की ओर निर्धारित मापदंड पूरा करने वाले छात्रों को इस योजना का लाभ मिल जाता है। लेकिन प्रतियोगिताओं की तैयारी में जुटे सामान्य छात्रों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। जबकि प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी में कई बार सामान्य शैक्षणिक योग्यता वाले छात्र-छात्राएं भी कड़ी मेहनत कर सफलता प्राप्त कर लेते हैं। ऐसे में अगर सभी छात्र-छात्राओं के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत 4 लाख लोन की राशि न्यूनतम ब्याज दर पर मिल जाए तो ऑनलाइन क्लास की फीस भरने और पुस्तकों की खरीदारी करने में सुविधा हो जाएगी। इसके अलावे प्रतियोगिता परीक्षाओं से जुड़ी अन्य जरूरतं की पूर्ति की जा सकती है। छात्र अमन कुमार ने बताया कि आजकल की बदलती स्थिति को देखते हुए अभिभावक छात्राओं को गृह जिले से बाहर भेजने में हिचकिचाते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप मेडिकल, इंजीनियरिंग, एमबीए, लॉ और संघ लोक सेवा आयोग सहित राज्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऑनलाइन क्लास पर निर्भर रहना पड़ता है। सरकार अगर ऐसे छात्र-छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन उपलब्ध कराए तो प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हजारों गरीब छात्र-छात्राओं का भविष्य सुधर जाएगा। वे अपनी ऑनलाइन कोचिंग की फी भर सकेंगे। बड़े कोचिंग संस्थानों के ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में हिस्सा ले सकेंगे। छात्र रंजन कुमार बताते हैं शहर के अलग-अलग पुस्तकालयों अथवा कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिलना चाहिए। यह बेहद जरूरी है। संजीत कुमार बताते हैं ऑफलाइन क्लास में नामांकन के बाद भी हाइब्रिड योजना के तहत कई ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस की शुरुआत की गई है। छात्र-छात्राएं घरों पर ही अपनी तैयारी कर प्रतियोगिता परीक्षाओं को पास कर सकते हैं।
-बोले जिम्मेदार-
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ नियमावली के अनुसार छात्र-छात्राओं को दिया जाता है। सरकार के निर्देश के अनुसार जो नियमावली है उसका पालन किया जा रहा है। नियमावली में संशोधन अथवा विस्तार के लिए अगर इच्छुक छात्र-छात्राओं के द्वारा आवेदन किया जाता है तो उसे संबंधित उच्च अधिकारी तक जरूर पहुंचाया जाएगा। -कामेश्वर गुप्ता, डीईओ
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