ताजपुर में पोखर किनारे स्कूल चहारदीवारी नहीं होने से खतरा
ताजपुर प्रखंड में कई स्कूल पोखर के किनारे स्थित हैं, जिनमें चहारदीवारी नहीं है। इससे बच्चों की सुरक्षा को खतरा है। बरसात में पोखर भरने से स्थिति और गंभीर हो जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षा...

ताजपुर। प्रखंड क्षेत्र में प्रावि फतेहपुरबाला वार्ड 11, मवि फतेहपुर, मवि कालीपोखर भेरोखड़ा (बढ़ई टोल), मवि रजवा रहीमाबाद समेत दर्जनभर के करीब ऐसे स्कूल हैं जो पोखर किनारे या पोखर के सामने स्थित हैं। ऐसे स्कूलों में चहारदीवारी नहीं है। बिना चहारदीवारी के इन स्कूलों में बच्चे बिल्कुल ही असुरक्षित वातावरण में पढ़ाई करते हैं। स्कूल में टिफीन, छुट्टी अथवा खेलकूद के दौरान दौड़ने भागने के क्रम में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। बरसात के दिनों में पोखर में ऊपर तक पानी लबालब भर जाने से वह डरावना हो जाता है। स्थानीय लोगों की मानें तो पोखर वाले स्कूलों में बिना चहारदीवारी के पठन-पाठन खतरे से खाली नहीं है।
यही हाल राजधानी रोड एवं एनएच 28 किनारे स्थित सरकारी स्कूलों का है। लगभग एक दर्जन के करीब स्कूल मुख्य सड़क के किनारे स्थित हैं जो बिना चहारदीवारी के हैं। सड़क किनारे कुछ ऐसे भी स्कूल हैं जिसमें चहारदीवारी है भी तो उसकी ऊंचाई इतनी कम है जो सुरक्षा के हिसाब से किसी काम का नहीं है। स्कूल के एचएम की मानें तो विभाग को समस्या से अवगत कराया जा चुका है। इसके बाद भी कोई सुधि नहीं ली जा रही है। स्कूलों में पठन-पाठन के दौरान विशेष ध्यान रखना पड़ता है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसे स्कूलों में चहारदीवारी का निर्माण होना जरुरी है। इस बाबत पूछे जाने पर बीईओ सुरभित कुमार ने बताया कि स्कूलों में चहारदीवारी निर्माण को लेकर इसकी सूची विभाग को भेजी गई है। छूटे हुए विद्यालय की भी सूची भेजी जाएगी।
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