दलित व महादलित बस्ती के लोगों को नहीं मिल सका नल-जल और आवास
नगर निगम क्षेत्र के नया वार्ड-3 में दलित व महादलित बस्ती के लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। नल जल योजना का पानी नहीं पहुंचा है, जिससे 300 घरों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आवास योजना का...

नगर निगम क्षेत्र के नया वार्ड-3 में दलित व महादलित बस्ती के लोगों को कई तरह की समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। नगर निगम ने इस बस्ती में अभी तक नल जल योजना का पानी भी नहीं पहुंचा पाया है। करीब 300 घरों को हर साल पानी की बड़ी समस्या से जूझना पड़ता है। करीब ढाई सौ लोगों के पास जमीन के कागजात नहीं होने की वजह से उन्हें पीएम आवास योजना शहरी का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके अलावा ढाई सौ से अधिक लोगों ने इस योजना में ऑनलाइन आवेदन किया था। जिनमें केवल 28 लोगों का ही योजना में नाम स्वीकृत हुआ है।
अन्य मानक में आने के बाद बाहर कर दिये गए हैं। सड़क की हालत भी खराब है। नगर निगम अभी तक इन सड़कों का जीर्णोद्धार नहीं करा पाया है। वार्ड-3 में करीब दस हजार की आबादी रहती है। दलित महादलित के अलावा पिछड़ी जातियों की वार्ड में बहुलता है। बाजोपुर, बलभद्रपुर व रामपुर दुधपुरा का मोहल्ले इस वार्ड में आते हैं। पहले ये इलाके दुधपुरा पंचायत में थे। पीड़ितों का कहना है कि नगर निगम बनने के बाद से अभी तक 2-3 छोटी सड़कों का निर्माण ही किया गया है। बाकी कोई विकास का काम नहीं हुआ है। जलजमाव जैसी समस्याएं लोग झेलने को विवश हैं। फिर भी नगर निगम कागजी खानापूर्ति ही अधिक करने में लगा हुआ है। नगर निगम की शिथिलता और लापरवाही से वार्ड की जनता नाराज है। व्यवस्था पर वे सवाल करते हैं। चंदन कुमार सवाल उठाते हैं कि नगर निगम ने इस वार्ड के लिए अभी तक कितना काम किया है, इसकी समीक्षा खुद करे। जब विकास ही ना हो, समस्याओं का अम्बार लगा हो, तो नगर निगम को वे लोग किस बात का टैक्स दें। वे कहते हैं कि 2-3 नई सड़कें तो बनाई गई हैं, लेकिन कहीं नाला नहीं बनाया गया है। पूरे वार्ड में कहीं भी पानी बहाव के लिए नाला नहीं है। लोग सड़क पर ही घर का पानी बहाने के लिए विवश हैं। बरसात में कई सड़क पानी में डूबी रहती हैं। लोगों का जाना-आना कठिन हो जाता है। दिनेश पासवान, पंकज कुमार कहते हैं कि बलभद्रपुर पोखर के निकट की सड़क जर्जर है। जाने आने में काफी दिक्कत होती है। सरकारी यह पोखरा जर्जर है व काफी गंदा भी है, जिसकी न सफाई होती है न जीर्णोद्धार। काली मंदिर के पीछे बरसात में यहां बड़ा जल जमाव होता है। इस समस्या को नगर निगम में कई बार रखा गया लेकिन नजर अंदाज कर दिया गया। आवास योजना से गरीबों का घर नहीं बन रहा है। वे फूस के घर या पॉलीथिन टांग कर रह रहे हैं। कई गरीब पोखर के भिंडा या सरकारी जमीन पर जैसे-तैसे रह रहे हैं। उनके पास जमीन के कागजात भी नहीं हैं। उनके साथ बड़ी समस्या है यह है कि बिना जमीन के कागजात के उनका घर कैसे बने। अभी तक वार्ड में स्ट्रीट लाइट की कोई व्यवस्था नहीं हुई है। रात में अंधेरा रहता है यहां। रवि पासवान, सुमन कुमार वर्मा, राकेश कुमार, नाथो पासवान ने बताया कि 56 नंबर रेल गुमटी से ब्रह्मस्थान तक सड़क काफी खराब है। पैदल चलना भी मुश्किल होता है। बरसात में यहां नारकीय हालत हो जाती है। सड़क पूरी तरह बरसात के पानी में डूबी रहती है। बोले जिम्मेदार: वार्ड-3 में नई सड़कों का निर्माण नगर निगम ने कराया है। और भी नई सड़कों का निर्माण कराने की योजना है। जो टूटी-फूटी सड़कें हैं, उन्हें भी दुरुस्त किया जाएगा। नाला नहीं बनाया गया है। कारण यह है कि निकट के मुख्य सड़क में ड्रेन निर्माण किया जा रहा है। इस ड्रेन के लेवल के अनुसार वार्ड-3 में नाला बनाना है। नल-जल योजना से जुड़ी समस्या मेरे ध्यान में है। स्ट्रीट लाइट लगाने की प्रक्रिया चल रही है। -अनिता राम महापौर, नगर निगम, समस्तीपुर।
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