भाषा, संस्कृति और विरासत को समर्पित है यह प्रयास : चेतना
समस्तीपुर। भोजपुरी फिल्म अनमोल घड़ी युवाओं के जीवन के निर्णायक मोड़ों को दिखाती है। निर्माता चेतना झाम ने बताया कि यह फिल्म 12वीं पास छात्रों की कहानी है, जो कुछ सफल होते हैं और कुछ दिशा भटक जाते हैं।...
समस्तीपुर। भोजपुरी फिल्म अनमोल घड़ी युवाओं के मन, विचार, बुद्धि और उनके जीवन के निर्णायक मोड़ों को केंद्र में रखकर बनाई जा रही है। उक्त बातें फिल्म की निर्माता चेतना झाम ने कहीं। उन्होंने कहा कि यह फिल्म समाज के उन 12वीं पास छात्रों की कहानी कहती है, जिनमें कुछ जीवन में सफल हो पाते हैं जबकि कुछ दिशा भटक जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह फिल्म युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करने का काम करेगी। झाम ने कहा कि यह सिर्फ एक मनोरंजक फिल्म नहीं बल्कि हमारी भाषा, संस्कृति और विरासत को समृद्ध करने का भी एक सशक्त प्रयास है।
फिल्म के अधिकतर कलाकार और तकनीकी टीम समस्तीपुर समेत बिहार से ही हैं। जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिल रहा है। फिल्म के निर्देशक चंद्रकांत पांडे, अभिनेता फूल सिंह आदि मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।