भौतिकी , रसायन एवं जीवविज्ञान प्रयोगशाला का होगा अधिष्ठापन
सहरसा, नगर संवाददाता/मनीष कुमार सिंह सहरसा सहित राज्य के 13 जिलों में नवनिर्मित अन्य

सहरसा, नगर संवाददाता/मनीष कुमार सिंह सहरसा सहित राज्य के 13 जिलों में नवनिर्मित अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालयों की छात्राओं को विज्ञान विषयों में प्रयोगात्मक ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिलेगी। छात्राओं को विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों को करने का अवसर मिलेगा।बिहार सरकार ने पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण अंतर्गत 13 जिलों में नवनिर्मित एक-एक कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालयों में भौतिकी, रसायनशास्त्र एवं जीवविज्ञान प्रयोगशाला अधिष्ठापन का निर्णय लिया है।इससे छात्राओं की वैज्ञानिक सोच और समस्या-समाधान कौशल में सुधार होगा।छात्राओं को विज्ञान शिक्षा में बेहतर अवसर प्राप्त होगें और वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम होगी।
पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग की छात्राओं को विज्ञान शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद मिलेगी।प्रयोगशाला में आवश्यक उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराएं जाएगें।जिले के सत्तरकटैया प्रखंड अंतर्गत मेनहा में नवनिर्मित अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय में कुल क्षमता 520 है। जिसमें कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के लिए बालिकाओं को कई मुफ्त शिक्षा व अन्य संबधित सुविधाएं मिलती हैं। पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, बिहार द्वारा संचालित नवनिर्मित अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इसी साल 23 जनवरी 2025 को उद्घाटन किया था ।लगभग 5 एकड़ जमीन में 35 करोड़ से अधिक लागत से आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया है। ढाई एकड़ जमीन में तीन मंजिलें दो अलग-अलग ब्लॉक का बालिका छात्रावास निर्माण कार्य किया गया है। वहीं ढाई एकड़ में स्कूल, नन टीचिंग क्वार्टर, टीचिंग क्वार्टर, प्रिंसिपल का क्वार्टर व ऑफिस सहित पांच ब्लॉक का निर्माण कार्य किया गया है।पिछड़ा आवासीय टेन प्लस टू विद्यालय में वर्ग 6 से प्लस टू विद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर पिछड़ी जाति के बच्चियों को निश्शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है। इस स्कूल में बच्चियों को रहने, खाने, खेलकूद व पढ़ाई की मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।सभी टेन प्लस टू स्कूल में वर्ग 6 से प्लस टू विद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर पिछड़े वर्ग के बच्चियों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है।विद्यालय में बच्चियों को रहने, खाने, खेलकूद व पढ़ाई की मुफ्त सुविधा है।विज्ञान विषयों की प्रयोगशाला बनने से अब इस विद्यालय में छात्राएं अपने बेहतर भविष्य को तलाश सकेंगी और विज्ञान विषयों में बेहतर शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगी। 30 लाख रुपये होगे खर्च :पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिए राज्य के 13 जिले सहरसा, औरंगाबाद, भागलपुर, गया, जहानाबाद, कैमूर, खगड़िया, मधेपूरा, नालन्दा, सीवान, शेखपुरा, मुंगेर एवं सुपौल में नवनिर्मित 13 अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालयों में भौतिकी, रसायनशास्त्र एवं जीवविज्ञान प्रयोगशाला कि टर्न बेसिस पर अधिष्ठापन के लिए प्रति विद्यालय 30 लाख की दर से कुल राशि तीन करोड़ नब्बे लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।एक प्रयोगशाला के स्थापना पर करीब दस लाख रुपये की राशि खर्च होगी। तीन प्रयोगशाला भौतिकी, रसायनशास्त्र एवं जीवविज्ञान प्रयोगशाला अधिष्ठापन पर तीस लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी।जिसका लाभ ओबीसी छात्राओं को मिलेगा। कहते हैं अधिकारी :जिला कल्याण पदाधिकारी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि सभी नवनिर्मित अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय में प्रयोगशाला स्थापित किया जाएगा। इसके लिए नियमानुसार कार्यवाही जारी है। प्रयोगशाला से छात्राओं को सुविधा होगी।
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