राजा रघुवंशी जैसा पटना में कांड; 10 साल छोटे प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने कराई पति की हत्या
इंदौर के राजा रघुवंशी जैसा हत्याकांड बिहार की राजधानी पटना में सामने आया है। जब पत्नी ने अपने से 10 साल छोटे प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी। जिसका खुलासा खुद आरोपी ममता के प्रेमी ने किया है। हत्या के लिए 20 हजार की सुपारी दी थी। 17 जून को राजेश चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

मेघालय की राजधानी शिलांग में हुये राजा रघुवंशी हत्याकांड की तरह पटना में भी एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। मसौढ़ी में एक पत्नी ने अपने से दस साल छोटे प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी। पति की हत्या के लिये उसने प्रेमी के साथ मिलकर 20 हजार की सुपारी दी थी। बीते 17 जून को हुई राजेश चौधरी की हत्या मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी ममता देवी(30),कैलूचक मोहल्ला निवासी प्रेमी मो. लक्की (20), तारेगना डीह मोहल्ला निवासी शूटर निशांत कुमार (18) व एक नाबालिग लाइनर को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद ही ममता के प्रेमी ने यह खुलासा किया कि राजेश को उसके और लक्की के प्रेम-प्रसंग की जानकारी हो गई थी। इस कारण वह उसके साथ मारपीट करता था।
पति को रास्ते से हटाने के लिये उसने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। लक्की ने शूटर निशांत को 20 हजार की सुपारी दी थी। पुलिस ने सबसे पहले प्रेमी को पकड़ा। इसके बाद ममता पकड़ी गई। दोनों की निशानदेही पर मास्टरमाइंड लक्की व नाबालिग लाइनर को पकड़ा गया। सभी ने वारदात से जुड़ी सच्चाई ब्यां कर दी। उनके पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल व मोबाइल भी बरामद हुआ है। डीएसपी-1 नभ वैभव ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त सबूत है। घटना की मास्टरमाइंड मृतक की पत्नी और उसका प्रेमी है।
वारदात के बाद शूटर की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। अपनी पहचान छिपाने के लिये उसने बाल कटवा लिये थे। बता दें कि 17 जून की सुबह मसौढ़ी थानांतर्गत ठाकुरबाड़ी मंदिर परिसर में 11.20 बजे अपराधियों ने सिर में गोली मार राजेश चौधरी की हत्या कर दी थी। पति राजेश चौधरी की हत्या के बाद ममता ने दो महिला समेत 5 परिवारिक सदस्यों के विरुद्ध हत्या की नामजद प्राथमिकी मसौढ़ी थाने में दर्ज कराई थी।
पति राजेश चौधरी की हत्या के बाद ममता ने दो महिला समेत 5 परिवारिक सदस्यों के विरुद्ध हत्या की नामजद प्राथमिकी मसौढ़ी थाने में दर्ज कराई थी। इधर, तफ्तीश में जुटी पुलिस को जब इस कहानी पर भरोसा नहीं हुआ तो तकनीकी जांच शुरू की गई। कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि ममता एक नंबर पर हर रोज बात करती है।
वारदात के दिन भी उसने उस नंबर पर बात की। पुलिस ने उस नंबर की डिटेल निकाली तो वह लक्की का निकला। शक के आधार पर पुलिस ने लक्की को पकड़ा जिसके बाद सच्चाई सामने आ गई।