बाढ़ पूर्व तैयारी : स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल टीम की गठित
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में बाढ़ से पूर्व तैयारी के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कमर कस ली है। टीम न

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में बाढ़ से पूर्व तैयारी के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कमर कस ली है। टीम ने इसके लिए जहां मेडिकल टीम का गठित कर जिम्मेदारी तय कर दी है वहीं इनसे जुड़े सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों को चिन्हित किया जाना है, जहां बाढ़ से डूबने की संभावना रहती है। ऐसे स्थलों की सामग्रियों को सुरक्षित स्थान पर रखने के उपाय पर भी जोर दिया जा रहा है। यहीं नहीं सभी प्रखण्ड स्तर तक के स्वास्थ्य केन्द्रों एवं बाढ़ राहत शिविरों पर आवश्यक दवाओं का भंडारण विशेष रूप से ओआरएस, क्लोरीन या हैलोजन टैबलेट, एंटि वेनम, ब्लीचिंग पावडर, थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर, आक्सीजन सिलिंडर पहले से उपलब्ध कर लिए जाने पर बल दिया गया है।
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि बाढ़ पूर्व सभी बिन्दुओं पर पूर्ववत तैयारी रखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रसव के लिए, बच्चों के अचानक बीमार होने पर, सांप के काटने पर उपचार के आपातकाल स्थिति के लिए एम्बुलेंस का इंतजाम किए जाने हेतु पूर्व से ही प्रबंध कर लिए जाने पर बल दिया है। सभी राहत शिविरों में आवश्यकतानुसार नवजात बच्चों को स्तनपान कराने के लिए एवं प्रसव पश्चात देखभाल के लिए सुरक्षित एवं सुविधाजनक स्थान तैयार रखना। राहत केन्द्रों पर समय समय पर स्वास्थ्य जांच जरूरी है। बाढ़ से घिरे स्वास्थ्य केन्द्रों के आस-पास प्रसव के लिए सुरक्षित स्थान का चयन कर उसको तैयार रखना है I -मानसून के दौरान प्रसव धात्री की पहचान जरूरी: -बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर प्रशिक्षण में सिविल सर्जन ने कहा कि जिन महिलाओं के प्रसव मानसून के दौरान होना है, उनका पहचान एवं संस्थागत प्रसव के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र मे निबंधन करना आवश्यक हैं I बाढ़ राहत केन्द्रों पर पदस्थापित होने वाले स्वास्थ्य पदाधिकारियों व कर्मियों का रोस्टर तैयार कर लिया जाय और उसका विकल्प भी तैयार रखा जाए। बाढ़ प्रभावित वाले इलाके के लिए मोबाइल वैन वोट एम्बुलेंस की व्यवस्था आपदा प्रबंधन विभाग के समन्वय से कराई जा सकती है। निरंतर चलने वाले स्वास्थ्य कार्यक्रम को निर्बाध रूप से संचालन के लिए वैकल्पिक योजना तैयार किया जा सकता हैं I प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आकस्मिक फंड की व्यवस्था एवं संबन्धित पदाधिकारी को उसके आकस्मिक उपयोग के लिए प्राधिकृत किया जाए। बाढ़ के दौरान दवाओं के भंडारण का नियमित अद्यतन करते रहना आवश्यक है I राहत केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता ,शिविरों व समुदाय में खसरा एवं डायरिया के प्रकोप पर निगरानी रखना ,राहत शिविरों में भी विटामिन ए की खुराक एवं टीकाकरण को चालू रखना,डायरिया के केस में ओआरएस एवं ज़िंक के उपयोग को बढ़ावा दिया जाये I
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