Hindi Newsबिहार न्यूज़Prashant Kishor used to remind of 1250 family of MP MLA Jan Suraaj President Uday Singh belongs to political clan

1250 परिवार के MP-MLA गिनाते थे प्रशांत; अध्यक्ष उदय सिंह राजनीतिक घराने से, मां-बहन भी सांसद थीं

पांच महीने पहले तक बिहार के 1250 परिवारों से 30 साल में निकले सांसद और विधायक गिना रहे प्रशांत किशोर के दल जन सुराज पार्टी ने राजनीतिक घराने से आने वाले पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है।

Ritesh Verma लाइव हिन्दुस्तान, पटनाMon, 19 May 2025 08:54 PM
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1250 परिवार के MP-MLA गिनाते थे प्रशांत; अध्यक्ष उदय सिंह राजनीतिक घराने से, मां-बहन भी सांसद थीं

जन सुराज अभियान पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर लोगों को बहुत सारी बातें बताते थे, जिसमें एक बात वो पांच महीने पहले तक याद दिला रहे थे कि बिहार में पिछले 30 साल में जो सांसद और विधायक बने हैं, वो सब 1250 परिवार से आते हैं। सरकार और पार्टी बदलती रहती है, इधर-उधर करके ये टिके रहते हैं। इन 1250 परिवारों का बिहार पर कब्जा हो गया है। प्रशांत ने इसे राजनीति का पारिवारिक व्यवसाय बताया था और कहा था कि काबिलियत को नजरअंदाज करके खानदान देखकर टिकट मिलता है। कांग्रेस, लालू और नीतीश सरकार में वही लोग चुनकर आते रहे हैं।

राजनीति में आगे बढ़ने के लिए कथनी और करनी में अंतर शायद जरूरी हो जाता है। जन सुराज पार्टी ने सोमवार को पूर्णिया से भाजपा के दो बार सांसद रहे उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। उदय सिंह बिहार के बड़े राजनीतिक घराने से आते हैं। उनकी मां, भाई, बहन और बहनोई भी सांसद रहे हैं। बहन के ससुर सात बार सांसद और एक बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। बहन की सास भी दो बार सांसद बनीं। अब उदय सिंह जन सुराज पार्टी का नेतृत्व करेंगे और बकौल प्रशांत किशोर आरसीपी सिंह के साथ मिलकर उनका बोझ कम करेंगे।

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उदय सिंह पूर्णिया के बहुत ही प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य और साफ-सुथरी छवि के नेता हैं। उनके पिता टीपी सिंह ब्रिटिश राज में 1936 बैच के भारतीय सिविल सर्विस (आईसीएस) अफसर थे। मां माधुरी सिंह 1980 और 1984 में दो बार पूर्णिया से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बनीं। पप्पू सिंह के नाम से भी मशहूर उदय सिंह 2004 और 2009 का चुनाव पूर्णिया से ही भाजपा के टिकट पर जीते और 2014 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर हार गए।

उदय सिंह के बड़े भाई एनके सिंह आईएएस अफसर थे और रिटायरमेंट के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से राज्यसभा सांसद बने। बाद में वो भाजपा में शामिल हो गए। नरेंद्र मोदी सरकार ने 2017 में एनके सिंह को 15वें वित्त आयोग का चेयरमैन बनाया था, जिसका कार्यकाल 2023 में पूरा हुआ। उदय सिंह की दो और बहनें राधा सिंह और कृष्णा सिंह भी आईएएस अफसर रही हैं। उनकी एक बहन श्यामा सिंह हैं जो औरंगाबाद से कांग्रेस की सांसद बनीं।

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श्यामा सिंह के पति निखिल कुमार भी इसी सीट से कांग्रेस के सांसद रहे। आईपीएस अफसर रहे निखिल कुमार चुनाव लड़ने से पहले गवर्नर भी रह चुके थे। निखिल के पिता सत्येंद्र नारायण सिन्हा दिग्गज कांग्रेसी नेता थे जो औरंगाबाद से सात बार सांसद रहे और एक बार बिहार के मुख्यमंत्री भी बने। निखिल कुमार की मां किशोरी सिन्हा दो बार वैशाली सीट से सांसद बनीं।

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