शहर के 13 इलाके जहां अतिक्रमण के खिलाफ चलेगा विशेष अभियान
पटना में 13 इलाकों को हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने के लिए चिह्नित किया गया है। जुलाई के पहले सप्ताह से अभियान शुरू होगा, जिसमें दोबारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। शहर...

शहर के 13 इलाके, जहां अतिक्रमण के खिलाफ विशेष अभियान चलेगा। हाईकोर्ट ने 17 जून को दिए फैसले में अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने को कहा है। इसके आलोक में जिला प्रशासन ने शहर के 13 इलाके चिह्नित किये हैं, जहां सबसे अधिक अतिक्रमण की समस्या है। जुलाई के पहले सप्ताह से इन इलाकों में अभियान चलेगा। दोबारा अतिक्रमण करने वालों पर संबंधित थानों में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी। इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी गई है। पटना रेलवे स्टेशन और दीघा सब्जी मंडी ऐसा इलाका जहां सबसे ज्यादा अतिक्रमण है। हाईकोर्ट ने इन दो जगहों पर कड़े कदम उठाने को कहा है।
ऐसे इलाकों को चिह्नित किया गया, जहां अतिक्रमण से जाम और आमलोगों को परेशानी हो रही है। इन इलाकों में सबसे अधिक अस्थायी अतिक्रमण अधिक है। इसमें ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा की अवैध पार्किंग, ठेला और गुमटी लगाना शामिल है। जुलाई के प्रथम सप्ताह से छह टीमें एकसाथ इन इलाकों में कार्रवाई करेगी। एक बार पकड़े जाने पर जुर्माना होगा, लेकिन यदि वहीं व्यक्ति दूसरी बार पकड़ा जाता है तो संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसके लिए एडीएम नगर व्यवस्था को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शहर में पहले 41 जगह ऐसे चिह्नित थे जहां अतिक्रमण से जाम होती थी, लेकिन इसकी संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है। इन इलाकों में चलेगा विशेष अभियान : जीपीओ से पटना जंक्शन, बोरिंग रोड चौराहे से पाटलिपुत्र गोलंबर, नेहरू पथ में सचिवालय से रूकनपुरा, दीघा सब्जी मंडी, अटल पथ पर अंडरपास के नीचे शिवपुरी, राजीवनगर और दीघा के पास, बाकरगंज से हथुआ मार्केट होते हुए खेतान मार्केट तक, नाला रोड, एक्जीविशन रोड, सगुना मोड से खगौल रोड, पटना एम्स के सामने वाला इलाका, मरीन ड्राइव, कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर और मेदांता हॉस्पिटल के सामने वाला इलाका शामिल है। 41 जगहों पर अतिक्रमण से है जाम : यातायात पुलिस ने सड़कों का सर्वे कराया था जिसमें 41 जगहों पर अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति पाई गई थी। इससे संबंधित यातायात पुलिस ने जिला प्रशासन को एक रिपोर्ट भी दी थी जिसमें अतिक्रमण हटाने की बात कही गई थी। जिन सड़कों का सर्वे किया गया था उसमें पटना रेलवे जंक्शन से चिरैयाटांड पुल होते हुए कांटी फैक्ट्री रोड तक, बांकीपुर से दानापुर तक का इलाका तथा नेहरू पथ पर आयकर गोलंबर से सगुना मोड तक का इलाका शामिल था। सर्वे में यातायात पुलिस के अलावा आरसीडी, एनआईटी के विशेषज्ञ शामिल थे। जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि हाल के महीनों में अतिक्रमण बढ़ा है। कई इलाकों में तो पहले की तुलना में दोगुना अतिक्रमित स्थल हो गए हैं इसमें अशोक राजपथ इलाके में सबसे अधिक है। दीघा का इलाका इन दिनों सबसे अधिक अतिक्रमित है। ये हैं शहर में अतिक्रमण के नये इलाके : एडीएम विधि व्यवस्था राजेश रौशन का कहना है कि पहले से शहर में एक दर्जन ऐसे इलाके हैं जहां अतिक्रमण से जाम की स्थिति है। इन जगहों पर नगर निगम द्वारा अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन हाल के महीनों में पटना एम्स के आसपास, खगौल रोड, कंकड़बाग, दीघा आदि इलाके में ऐसे स्थल चिह्नित किए गए हैं, जहां अतिक्रमण किया गया है। अतिक्रमण के कारण ही जाम की स्थिति बन रही है। इसके लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।
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