बालू भंडार और माफिया के सत्यापन में जुटी ईओयू
बालू खनन पर चार महीने की रोक के बावजूद, अवैध उत्खनन और जमाखोरी के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। भोजपुर जिले में बालू भंडारों की जांच की गई, जहां जीपीएस और ड्रोन तकनीक का...

बालू खनन पर अगले चार महीने तक रोक के बाद भी इसके अवैध उत्खनन और जमाखोरी में जुटे बालू माफिया के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए ईओयू के एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में विशेष कोषांग का गठन किया गया है। यह कोषांग विभिन्न जिलों में बालू भंडारण के नाम पर अवैध उत्खनन और अनुमति से अधिक बालू भंडारण की शिकायतों की जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। इससे सरकारी राजस्व को होने वाली संभावित क्षति को रोकने में मदद मिलेगी। ईओयू से मिली जानकारी के मुताबिक प्रथम चरण में भोजपुर जिले के बालू भंडारों की जांच की गयी है।
भोजपुर के डीएम, एसपी और ईओयू के एसपी की संयुक्त टीम ने जिले के चार बालू भंडारण स्थलों और बालू के खनन पट्टों का निरीक्षण किया। इस दौरान पुराने चार्जशीटेड बालू माफिया की वर्तमान गतिविधियों का भी सत्यापन कराया गया। टीम ने जीपीएस तकनीक के माध्यम से सभी लाइसेंस प्राप्त खनन स्थलों एवं बालू भंडारण स्थलों का जियो रेफ्रेंसिंग के माध्यम से सत्यापन किया। खनन विभाग के सहयोग से नवीनतम ड्रोन तकनीक द्वारा सभी भंडारण स्थलों के भंडारण क्षमता के सत्यापन की कार्रवाई भी की जा रही है। ईओयू ने बताया कि भोजपुर जिले के विभिन्न बालू माफियाओं और असामाजिक तत्वों की सूची तैयार कर उनका सत्यापन कराया गया है। यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। अगले चरण में शेष जिलों में संबंधित जिला प्रशासन और खनन विभाग के सहयोग से ईओयू के द्वारा कार्रवाई की जायेगी। इसके लिए ईओयू ने खनन विभाग से राज्यभर के उन सभी फर्मों और व्यक्तियों की सूची प्राप्त की है, जिनको बालू भंडारण की अनुमति मिली है।
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