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विदेशों में जैविक सब्जी की मांग बढ़ी, मिलेगा बढ़ावा

बिहार से तरकारी का निर्यात शुरू हो गया है। पहली खेप दुबई भेजी गई है, जिसमें कटहल, फूलगोभी, करेला, लॉकी शामिल हैं। हालांकि, जैविक सब्जियों की कमी के कारण अन्य खाड़ी देशों की मांग पूरी करना मुश्किल हो...

Newswrap हिन्दुस्तान, पटनाSat, 21 June 2025 08:15 PM
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विदेशों में जैविक सब्जी की मांग बढ़ी, मिलेगा बढ़ावा

बिहार से तरकारी का निर्यात शुरू हो गया है। पहली खेप दुबई भेजी गई है। अन्य खाड़ी देशों से भी मांग की आपूर्ति करने में वेजफेड जुटा हुआ है। हालांकि, सिंगापुर सहित मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों ने जैविक सब्जी की मांग की है। इसे पूरा करना वेजफेड के लिए मुश्किल हो रहा है। इसका कारण जैविक सब्जी की कमी है। जैविक सब्जियों के लिए जरूरी है कि लगातार तीन साल तक रसायन या कीटनाशक का प्रयोग नहीं हुआ हो। बिहार में कृषि विभाग की एजेंसी बसोका से इसका प्रमाणीकरण होता है। इस प्रमाणपत्र के बाद ही सब्जी को जैविक मानी जाती है।

निर्यात की जाने वाली सब्जियों को विशिष्ट गुणवत्ता मानकों को पूरा करना होता है। हालांकि, बिहार में उपलब्ध सब्जियों में कीटनाशक और रसायन का प्रयोग ज्यादा हो रहा है। ऐसे में सहकारिता विभाग ने सब्जी संघों और पीवीसीएस से जुड़े किसानों के बीच जैविक सब्जी की खेती को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पीवीसीएस से जुड़े किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करें। इसके लिए जल्द ही जैविक खेती करने वाले किसानों की एक बैठक बुलाई जाए। राज्य में जैविक खेती के लिए गंगा किनारे 13 जिलों में जैविक कोरिडोर बनाया गया था। सरकार ने अनुदान देकर जैविक खेती शुरू किया। यहां पारंपरिक फसलें ही उगाई जा रही हैं। निर्यात मानक पूरा करना जरूरी निर्यात होने वाली सब्जियों में कीटनाशकों और रसायनों की मात्रा, आयातित देश के मानकों और नियमों के अनुसार निर्धारित होती है। प्रत्येक देश कीटनाशक अवशेषों की एक निश्चित सीमा निर्धारित करता है, जिसे अधिकतम अवशेष सीमा (एमआरएल) कहा जाता है। इसे देखने के लिए निर्यात से पहले सब्जियों में कीटनाशकों की मात्रा का परीक्षण किया जाता है। यूरोपीय संघ की ओर से तय मानक के अनुसार जड़ और कंद वाली सब्जियों में कैडमियम की मात्रा 0.02 से 0.2 के बीच होना चाहिए। फलदार सब्जियों में 0.02 से 0.03, पत्तेदार सब्जियों में 0.1 से 0.2, फलीदार सब्जियों में 0.02, तने वाली सब्जियों में 0.03 से 0.1 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। दूसरा शिपमेंट जल्द : दुबई भेजी गई पहली खेप में कटहल, फूलगोभी, करेला, लॉकी सहित दस प्रकार की सब्जियां थीं। पहला ट्रायल शिपमेंट दुबई लुलु मॉल के लिए भेजा गया था। सामान्य सब्जियों का दूसरा शिपमेंट भी जल्द भेजा जाएगा। इसकी पैकेजिंग की व्यवस्था की जा रही है।

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